शनिवार को भी जारी रही कार्रवाई, आज टीमों के वापस जाने के आसार
रायगढ़। आयकर विभाग की कार्रवाई शनिवार को भी पूरी नहीं हो पाई। जिन कारोबारियों के ठिकानों पर रेड हुई है, उनके बयान नहीं लिए जा सके थे। इसलिए कार्रवाई लंबी हो गई। रायगढ़ शहर के कुछ ठिकानों में शुक्रवार रात को कार्रवाई पूरी हो गई थी। इन्कम टैक्स विभाग की टीम ने बुधवार को प्रदेश में कई कारोबारियों को रडार में लिया और छापेमारी की। अघोषित संपत्ति और कोयले की अफरा-तफरी से हुई अवैध आय पर टारगेट किया गया था।
रायगढ़ में एनआर इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल के करीब छह ठिकानों समेत करीब 12 जगहों पर कार्रवाई की गई। गोपाल शर्मा सतीगुड़ी चौक, जिंदल टेक्सटाइल के सुनील जिंदल, सतीश जिंदल, बाबा ट्रांसपोर्ट संचालक राकेश शर्मा, विशाल अग्रवाल रुक्मणी विहार, सुमन अग्रवाल, अर्जुन मालाकार के मकानों और दफ्तरों में रेड हुई है। गजानंदपुरम, बोईरदादर, सतीगुड़ी चौक, रुक्मणी विहार में कार्रवाई पूरी होने की सूचना है। जिंदल रोड स्थित निवास और प्लांटों में अभी भी जांच चल रही है। रविवार को जांच पूरी होने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को ही कारोबारियों के बयान लिए गए। भारी मात्रा में कैश भी जब्त किया गया है। कहा जा रहा है कि अर्जुन मालाकार को एनआर इस्पात के दफ्तर में ही बैठा लिया गया ताकि दस्तावेजों के बारे में सवाल किए जा सकें। कंप्यूटरों के लॉक खोलने में भी कर्मचारियों की की जरूरत पड़ी।
सक्ती में बयान नहीं हो सके
आयकर छापों की जद में बिलासपुर, रायगढ़, सक्ती, कवर्धा और रायपुर के कारोबारी आए हैं। सक्ती में पूर्व नपा अध्यक्ष कांग्रेस नेता श्याम सुंदर अग्रवाल, विधायक प्रतिनिधि कांग्रेस आनंद अग्रवाल, कमलेश अग्रवाल, जगदीश बंसल, राहुल अग्रवाल, अनिल अग्रवाल और अरुण अग्रवाल के यहां कार्रवाई की गई। यहां से दस करोड़ से भी अधिक अघोषित आय का पता चला है। बताया जा रहा है कि छापेमारी के समय कारोबारी बाहर थे। इनके बयान दर्ज करने में आयकर विभाग को मशक्कत करनी पड़ रही है। रायगढ़ में भी सारे दस्तावेजों का निचोड़ निकालने के बाद बयान लिए गए। कुछ दिनों में इसका खुलासा हो सकता है।
