रायगढ़। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला बनने के बाद टिमरलगा और गुड़ेली में पूरा सिस्टम ही बदल गया है। यहां खनिज विभाग कोई जांच नहीं करता बल्कि उससे भी बड़ी टीम मुस्तैद रहती है। यहां अवैध उगाही का गोरखधंधा शुरू हो चुका है। क्षेत्र के कुछ छुटभैये नेता और तथाकथित पत्रकार उगाही का तंत्र चला रहे हैं। गाडिय़ों को रोककर टीपी और दूसरे कागजात चेक किया जाता है जो विधि विरुद्ध है।
क्रशरों का 70 प्रश से ज्यादा कारोबार रायगढ़ जिले पर ही निर्भर है। इन दिनों क्रशर संचालक बेहद परेशान हैं। सब दस्तावेज सही होने के बावजूद एक स्थानीय गिरोह जमकर वसूली कर रहा है। रकम नहीं देने पर धमकाया जाता है। खनिज विभाग की टीम तो कभी कभार ही इस क्षेत्र में जांच करने जाती है लेकिन ये लोकल गैंग दिनरात वहां तैनात रहता है। जब भी क्रशर से कोई गाड़ी निकलती है, बैरियर के पहले ही इसे रोक लिया जाता है। नियम विरुद्ध गाड़ी को रोककर दस्तावेज मांगे जाते हैं।
लोड खनिज की रॉयल्टी चेक की जाती है। जानबूझकर परेशान किया जाता है। जब तक उस आदमी की जेब गरम न कर दी जाए, वह गाड़ी को नहीं छोड़ता। बैरियर में माहौल बेहद खराब हो चुका है। अब क्रशर संचालक भी रोज-रोज हो रही अवैध उगाही से त्रस्त हो चुके हैं। कई बार खनिज विभाग में इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इस गैंग में छुटभैये नेता और कुछ तथाकथित पत्रकार भी शामिल हैं।
पुलिस की भी मिलीभगत
टिमरलगा और गुड़ेली के इस गिरोह में कई लोग शामिल हैं। गले में कार्ड लटकाकर अवैध वसूली करने वालों की संख्या भी बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक वहां तैनात होमगार्ड या पुलिस जवान से भी इनकी सांठगांठ होती है। इनके एक इशारे पर पुलिस जवान या होमगार्ड पहुंच जाते हैं। गाड़ी से वसूली में ये भी गिरोह का साथ देते हैं। इस वजह से माहौल खराब हो चुका है। कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है।
