रायगढ़। परिचित से मिलने जाने के दौरान सड़क से बेकाबू कार उतरने की घटना में बीवी की मौत के बाद बुरी तरह जख्मी पति भी आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया और काल उसे खींचकर अपने साथ ले गई। सडक़ हादसे में 19 दिन के अंतराल में चल बसने वाले दम्पत्ति जशपुर जिले के थे। सूत्रों के मुताबिक जिला चिकित्सालय में मंगलवार को मूलत: पत्थलगांव थानांतर्गत ग्राम कुमेकेल के लोजिया पारा में रहने वाले दरस राम कुर्रे (65 वर्ष) को गंभीर हालत में लाया गया तो डॉक्टर्स ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया।
चूंकि, वृद्ध रोड एक्सीडेंट का पेशेंट था इसलिए पुलिस ने शव को मच्र्यूरी रूम में रखवाते हुए बुधवार सुबह पोस्टमार्टम कराई। कुर्रे परिवार ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि दरसराम अपनी 60 वर्षीया पत्नी केंवरा बाई को लेकर अपने परिचित से मिलने के लिए विगत 28 अक्टूबर को कार से चाम्पा जाने के लिए निकला। कार को ड्राइवर चला रहा था और कुर्रे दम्पत्ति पिछली सीट पर बैठे थे। इस दौरान हाथी करतला मोड़ पर कार की रफ्तार अपेक्षाकृत अधिक होने के कारण चालक नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी लहराती हुई रोड से नीचे उतर गई। हादसे में कार चालक तो बाल-बाल बच गया, मगर वृद्ध दम्पत्ति को घायलावस्था में नजदीकी हाटी के पीएचसी में भर्ती कराया गया।
दूसरे दिन उनको कोरबा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, फिर हफ्तेभर बाद प्रायवेट हॉस्पिटल में एक पखवाड़े तक उपचार के बाद दोनों को रायगढ़ के जिंदल हॉस्पिटल में भी एडमिट कराया गया। यहां सघन इलाज के बावजूद बीते 2 दिसंबर को केंवरा बाई की मृत्यु हो गई। जब बुजुर्ग महिला की मौत हुई, उस समय दरस राम बेसुध था, इसलिए चिकित्सकों ने कुर्रे परिवार को सलाह दी कि वे वृद्ध को घर ले जाकर सेवा करें।
तदुपरांत, 7 दिसंबर को दरस राम को जिंदल अस्पताल से घर ले जाया गया। वहीं, मंगलवार को दरस राम की अचानक तबियत बिगडऩे पर परिजन उसे रायगढ़ लेकर आए, पर उसकी सांसों की लडिय़ां टूटकर बिखर गई। फिलहाल, पुलिस अब पोस्टमार्टम के बाद दरस राम के शव को अंतिम संस्कार के लिए कुर्रे परिवार को सौंपने के बाद मर्ग कायम करते हुए आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी है।
