रायगढ़। उद्यान विभाग में खून-पसीना बहाने वाले श्रमिकों को सही समय में पगार नहीं मिल रहा। यही वजह रही कि खाली जेब लिए मजदूरों ने रैली निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए वेतन की मांग की है। बुधवार दोपहर नारेबाजी कर कलेक्ट्रेट पहुंचे कामगारों ने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देश के बावजूद रेग्यूलर का लाभ न देकर उन्हें अमान्य कर दिया गया है। ऐसे में उन्हे रेग्यूलर का लाभ दिया जाये। मजदूरों ने अपनी 4 सूत्रीय मांग में बताया कि उन्हे अन्य शासकीय कर्मचारियों की तरह ईपीएएफ और ईएसआई का भी लाभ दिया जाये।
मजदूरों ने यह भी बताया कि पूरे प्रदेश के बीज प्रक्रिया केंद्रों में कार्यरत मशीन चालक, ग्रेडिंग ऑपरेटर और सिलाई करने वालों को ईपीएफ तथा ईएसआई से वंचित कर दिया गया है। जबकि कार्यालय में कार्यरत मजदूरों को इसका लाभ दिया जा रहा है जो एक तरह से सौतेला व्यवहार ही है। श्रमिकों की माने तो अधिकारी उन पर पक्षपात करते हैं और 1 महीने में सिर्फ 20 रोज का मेहनताना ही इनको दिया जाता है। ऐसे में उपेक्षा का दंश सहने वाले कामगारों के सब्र का पैमाना जब छलका तो उन्होंने प्रशासन से मिलकर न्याय की फरियाद की है।
