कैप्सूल वाहन ने बाईक सवार दंपत्ति को ठोका, पति की मौत, पत्नी जख्मी
उत्तेजित ग्रामीणों ने 50 लाख मुआवजा राशि की मांग को लेकर किया 3 घंटे चक्काजाम
रायगढ़, 1 मार्च। बेकाबू कैप्सूल वाहन ने बाईक सवार दम्पत्ति को इस कदर ठोका कि हादसे में पति के दोनों पैर टूटते ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, जख्मी पत्नी का सदमे में हाल बेहाल है। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने 50 लाख रुपए मुआवजा राशि और बेरियर लगाने की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया। मौके पर पहुंचे जिला और पुलिस प्रशासन ने मृतक के परिवार को तात्कालिक सहायता के रूप में 25 हजार रुपये देते हुए आरोपी वाहन चालक को गिरफ्तार किया, तब कहीं जाकर 3 घंटे बाद हंगामा शांत हुआ। बेलगाम रफ्तार के कहर का यह मामला पुसौर थाना क्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक मूलत: सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला थानान्तर्गत ग्राम छेवारीपाली (धोबनीपाली) के वार्ड क्रमांक 7 में रहने वाला 54 वर्षीय शंकरलाल पटेल पिता श्रीधर अपनी पत्नी के साथ मोटर सायकिल (क्रमांक-सीजी 13 एम 7033) से रिश्तेदार के यहां पुसौर के ग्राम छपोरा आया था। दोपहर लगभग 3 बजे पटेल दम्पत्ति बाईक से घरवापसी के लिए रवाना होते हुए एनटीपीसी लारा के समीप नवापारा रोड पहुंचे थे कि अपेक्षाकृत तेज और लापरवाही पूर्वक रफ्तार में आने वाले कैप्सूल वाहन (क्रमांक-सीजी 22 जे 0783) ने उनको अपनी चपेट में ले लिया। नवापाली अ से रेंगालपाली के बीच हुए इस हादसे में मोटर सायकिल सवार पटेल दम्पत्ति गिर गए। इस दौरान कैप्सूल वाहन का पहिया शंकरलाल के दोनों घुटने के नीचे भाग से पार हो गया।
नतीजतन, टखने से दोनों पैर की हड्डी टूटकर झूलने लगी। वहीं, क्षतिग्रस्त बाईक के पास खून से लथपथ हालत में अपने पति को असहाय पड़े देख श्रीमती पटेल की रूह तक कांप उठी। हालांकि, महिला भी घायल हुई, पर शंकर को कराहते देख उसने चीख चीत्कार मचाते हुए राहगीरों से मदद की फरियाद करती रही। ऐसे में लोगों ने मौके की नजाकत को भांप इसकी सूचना पुसौर थाने में दी तो कुछ देर में एम्बुलेंस के पहुंचने पर पुलिस फिर जख्मी पटेल दम्पत्ति को रायगढ़ के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लेकर गए तो शंकरलाल पटेल ने दम तोड़ दिया। दूसरी तरफ इस भीषण दुर्घटना से जनाक्रोश फूटते ही आसपास के लोगों ने घटना स्थल पर चक्काजाम कर दिया।
प्रदर्शनकारियों को जब खबर लगी कि रायगढ़ ले जाने पर शंकरलाल की मौत हो गई और उसकी पत्नी का इलाज चल रहा है तो मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा राशि और वहां बेलगाम दौड़ती भारी वाहनों पर रोक लगाते हुए बेरियर लगाने की मांग को लेकर नारेबाजी होने लगी। नतीजतन, इलाके में तनाव का वातावरण बनते देख पुसौर थाना प्रभारी नारायण सिंह मरकाम के साथ नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय को पुसौर तहसीलदार नंदकिशोर सिन्हा के साथ मोर्चा सम्हालने जाना पड़ा। जिला और पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाया, मगर वे अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे।

खून से लथपथ सड़क पर गंभीर हालत में बाइक चालक
ऐसे में गहमा गहमी भरे माहौल में काफी आरोप-प्रत्यारोप के बाद जब तहसीलदार सिन्हा ने मृतक के आश्रित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता के तौर पर शासन द्वारा 25 हजार रुपये देते हुए वहां बेरियर लगाने नियमानुसार कार्रवाई का भरोसा दिया। इसी तरह डीएसपी उपाध्याय ने बिलाईगढ़ के नगरदा निवासी आरोपी कैप्सूल वाहन चालक भरत कुर्रे को गाड़ी सहित अपने हत्थे चढ़ाते हुए संबंधित वाहन मालिक से अतिरिक्त आर्थिक मदद दिलाने की पहल करने का आश्वासन दिया तो चक्काजाम समाप्त हुआ। बहरहाल, पुसौर पुलिस भादंवि की धारा 279, 337, 304 ए के तहत मुकदमा पंजीबद्ध कर छानबीन में जुटी है।
