फास्ट फूड ठेला चलाने वाले के नाम पर खोली थी फर्म, डेढ़ करोड़ का आया था नोटिस
रायगढ़। एक फास्ट फूड व्यवसायी के नाम पर बिल्डिंग मटेरियल फर्म का रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद डेढ़ करोड़ का जीएसटी फर्जीवाड़ा किया। इस मामले में अभी तक आरोपी पुलिस की पहुंच से दूर है। वहीं स्टेट जीएसटी टीम भी उसका बाल तक बांका नहीं कर सकी है। यह बहुत बड़ा मामला है। दरअसल डेढ़ करोड़ के जीएसटी नोटिस के पीछे कई कारोबारियों का हाथ है। तीन-चार युवाओं का एक ग्रुप है जो लंबे समय से इस तरह का कारनामा कर रहा है। बेहद आसानी से फर्जी फर्म खोलकर कुछ महीनों तक ट्रांजेक्शन किया जाता है। फिर इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के बाद फर्म को बंद कर दिया जाता है।
चूंकि दूसरे के नाम पर फर्म होती है इसलिए ये पकड़े नहीं जाते। आकाश जोगी पिता राजेश कुमार जोगी निवासी कोतरा रोड सोनिया नगर का गौरीशंकर मंदिर रोड पर फास्ट फूड सेंटर है। उसने आधार कार्ड में पुरानी फोटो होने के कारण उसने अपडेट कराने के लिए परिचित विशेष अग्रवाल उर्फ चीनू निवासी कोतरा रोड को दिया था। इसके साथ फोटो और पैन कार्ड की फोटोकॉपी भी दिया था। विशेष अग्रवाल का सोनल इंटरप्राइजेस के नाम से कोतरा रोड में कारोबार है।
स्टेट जीएसटी की ओर से आकाश ट्रेडर्स के नाम पर डेढ़ करोड़ का नोटिस दिया गया तो मामला खुल गया। आकाश का आधार और पैन यूज कर विशेष अग्रवाल ने नई फर्म खोली थी। उसके नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया। इस मामले में पुलिस की जांच अंधी गली में चल रही है। इधर आकाश ट्रेडर्स से कारोबार कर चुके व्यापारी कमल अग्रवाल को भी नोटिस दिया गया है।

जीएसटी के अधिकारी भी मौन
यह फर्जीवाड़ा कई लोगों को बेनकाब कर सकता है। बताया जा रहा है कि शहर के कई लोग इस फर्म से जुड़े थे। इसलिए मामले को दबाया जा रहा है। स्टेट जीएसटी के अधिकारी भी चुप हैं। आरोपी की ओर से भी बचने के लिए डील करने की जानकारी मिली है।
