रायगढ़। घर के मवेशियों को चराने नहीं ले जाने को लेकर उपजे विवाद से कुपित एक कलयुगी नाती ने अपने नाना की इस कदर निर्ममता से पिटाई की कि बुजुर्ग की जान ही निकल गई। नाना को परलोक भेजने के बाद आरोपी भाग निकला। मामूली विवाद में रिश्ते के कत्ल का यह वारदात लैलूंगा क्षेत्र का है। इस संबंध में थाना प्रभारी नारायण सिंह मरकाम ने बताया कि मूलतः ग्राम करवारजोर निवासी राम चौहान आत्मज स्व. मतवार चौहान (72 वर्ष) पिछले लगभग 12 साल से अपने दामाद काशीराम चौहान के पास नवीन कुंजारा में रहता था।
रविवार सुबह तकरीबन 7 बजे काशीराम का 30 वर्षीय बेटा रत्थू सोकर उठा तो देखा कि आंगन में मवेशी रस्सी से बंधे थे। ऐसे में रत्थू अपने नाना राम चौहान पर भड़कते हुए मवेशियों को चराने के लिए नहीं ले जाने पर डांट डपट करने लगा। बुजुर्ग ने अपना पक्ष रखते हुए समझाने की काफी कोशिशें की, मगर रत्थू नहीं माना, बल्कि अपने नाना को ऊटपटांग कहते हुए अपमानित करने लगा। यही नहीं, रत्थू अपने बुजुर्ग नाना को धकियाते हुए घर से नहर तरफ ले गया। इस बीच दोनों के बीच जमकर तकरार होने पर गुस्से से तिलमिलाए रत्थू ने आव देखा न ताव और लात-घूंसे से उसकी बुरी तरह धुनाई भी कर दी। नाती के हाथों अप्रत्याशित हमले से वृद्ध के चेहरे और हाथ-पांव के अलावे अन्य हिस्सों में बाहरी के अलावे अंदरूनी चोटें आने पर उसकी मौत हो गई।
वहीं, रत्थू को जब भनक लगी कि गुस्से में उसके हाथों नाना का खून हो गया है तो जेल जाने के डर से वह नौ दो ग्यारह हो गया। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैलने पर पुलिस को सूचना दी गई। वर्दीधारियों ने मौके पर जाकर जायजा लेते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। बहरहाल, लैलूंगा पुलिस द्वारा भादंवि की धारा 302 के तहत आपराधिक प्रकरण कायम कर फरार रत्थू को धरदबोचने के लिए उसके छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश भी जारी है।
