खरसिया। छत्तीसगढ़ कलार महासभा पंजी. क्र.-5774 छ.ग. राज्य कलार समाज के तत्वावधान में आयोजित होली मिलन समारोह व कलार युवा सम्मेलन 05 मार्च 2023 को लखीराम आडिटोरियम खरसिया में उत्साह पूर्वक धूमधाम से मनाया गया जिसमें विजय जायसवाल अध्यक्ष छत्तीसगढ़ कलार समाज ने समस्त स्वजातीय बंधुओ को सम्बोधित करते हुऐ राजनीति में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि राजनीतिक दल से जिसमें आपकी आस्था है उससे जुड़ कर राजनीति में आगे आइये, राजनीति के बिना समाज की तरक्की संभव नहीं।
हम समाज के लिए समर्पित होकर काम कर रहें है समाज का कोई भी व्यक्ति आगे आएगा तो हम उसके लिए सीढ़ी बनकर उसे आगे बढ़ाएंगे, तन मन धन से सहयोग करेंगे। समस्त कलार बंधुओ में उनके आवाहन से एक नया उत्साह देखने को मिला। वहीं टिकेश डनसेना कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ कलार महासभा ने अपने सम्बोधन में भारत में कलार समाज के इतिहास को बताते हुये कहां की भगवान सहस्त्रबाहु जो हमारे कलार समाज के आराध्य देव है उन्होंने जिस रावण को भगवान राम ने इतना परिश्रम करके वन में जीवन व्यतीत करने के बाद युद्ध करके मारा उस रावण को मात्र 15 से 20 मिनट युद्ध करके अपने भुजाओं के बल से पराजित कर दिया था। हम उस गौरवशाली सहस्त्रबाहु महाराज जी के वंशज हैं।
हमारा भारत देश सोने की चिड़िया कहलाता था जब कलार समाज के लोग कलचुरी वंश के लोग भारत में राज किया करते थे भारत में छठवीं शताब्दी से लेकर 18 वीं शताब्दी तक लगभग 1200 वर्ष तक कलचुरी समाज के लोगों ने भारत के किसी न किसी क्षेत्र में राज किया है। जो भारत के इतिहास में स्वर्णिम काल के नाम से जाना जाता है। आज भी भारत की सर्वोच्च परीक्षाओं जैसे यू.पी.एस.सी., पी.एस.सी. की परीक्षाओं में भी कलचुरी काल से संबंधित प्रश्न पूछे जाते है जिस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले लोग हमारे देश की दशा और दिशा तय करते है भारत के सर्वश्रेष्ठ पदों पर अधिकारी के रूप में बैठते है, समाज के उत्थान के लिए समाज को राजनीति से जोड़ने की आवश्यकता क्योंकि भारत में पुनः स्वर्णिम काल लाना है तो पुनः कलार समाज को नेतृत्व करना होगा।
टिकेश डनसेना ने संगठन को लेकर उदाहरण देते हुए कहा की एक अगरबत्ती को कोई भी तोड़ सकता है लेकिन एक हजार अगरबत्ती अगर एक साथ है तो उसे नही तोड़ा जा सकता। उसी प्रकार अगर हमारे समाज के लोग अलग-अलग है तो हमारे समाज को महत्व नही दिया जा रहा है, हमारे समाज के लोग हर वर्ग में बटे हुए है अधिकारी है, कर्मचारी है,नेता है, अभिनेता है, किसान है, मजदूर है सबको संगठित होने की करने की आवश्यकता है। आज के वर्तमान स्थिति में राज तंत्र नही प्रजा तंत्र चलता है। प्रजा तंत्र में संगठन की आवश्यक्ता है, संगठन का बहुत बड़ा महत्व है इसलिए समस्त स्वजातीय बंधुओ को एकत्रित होकर, शिक्षित होकर, संगठित होकर आगे आना होगा तभी आप आगे बढ़ेंगे और अगर समाज का कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ता है तो समाज आगे बढ़ेगा।
कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठजन राजकुमार जायसवाल अध्यक्ष परिक्षेत्र कसडोल पुरगांव, महेशराम जायसवाल अध्यक्ष परिक्षेत्र चंद्रपुर, चंद्रमणि जायसवाल अध्यक्ष परिक्षेत्र सारंगढ़, लेखराम जायसवाल अध्यक्ष परिक्षेत्र सक्ति, सोनीलाल जायसवाल अध्यक्ष परिक्षेत्र बम्हनीडीह, अनुज जायसवाल कार्यकारी अध्यक्ष परिक्षेत्र कोरबा, श्रीमति संतोषी डनसेना अध्यक्ष परिक्षेत्र धरमजयगढ़, मुरलीधर डनसेना अध्यक्ष परिक्षेत्र रायगढ़ पुसौर, रूपेन्द्र जायसवाल मुख्य सचिव महासभा, बोधराम डनसेना उपाध्यक्ष महासभा, हरिराम जायसवाल प्रवक्ता महासभा,फूलचंद डनसेना अध्यक्ष न्याय आयोग महासभा, दीनबंधु जायसवाल अध्यक्ष कर्मचारी आयोग छत्तीसगढ़ महासभा, सुनील डनसेना संगठन मंत्री महासभा राजीव डनसेना अध्यक्ष युवा महासभा, राधेश्याम जायसवाल जिलाध्यक्ष सारंगढ़, दिलेश्वर दर्शन कार्यकारी जिलाध्यक्ष जांजगीर चाम्पा एवं सम्मानीय स्वजातीय बंधु, माताएं-बहने, युवा साथी गण उपस्थित रहे। होली मिलन समारोह में फूलों की वर्षा करते हुए चंदन गुलाल का तिलक लगाते हुये हर्षोल्लास के साथ मनाया गया साथ ही युवाओं का जोश व उत्साह को आगामी राज्य स्तरीय राजनीतिक कलार महासम्मेलन रायपुर में 12 मार्च 2023 के लिये आव्हान करते हुए अधिक से अधिक संख्या में अपने समाज के गौरव के लिए रायपुर जाने के लिए सभी स्वजातीय कलार बंधुओ से अपील किये।
