रायगढ़। शादी के 5 साल बाद भी औलाद नहीं होने पर एक घरजमाई ने ससुराल में जहर पीकर अपनी जान गंवा दी। इसी तरह खेत में कीटनाशक दवा पीने वाले एक युवक ने भी मेकाहारा में दम तोड़ दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार पहली घटना सारंगढ़ क्षेत्र की है। कनकबीरा चौकी अंतर्गत ग्राम गंधराचुंआ निवासी उमाशंकर पटेल आत्मज ताराचंद (28 साल) की शादी खपरापाली में हुई थी। तकरीबन महीनेभर के बाद से उमाशंकर अपने ससुराल में ही रहता था।
विवाहोपरांत, पिता नहीं बन पाने का दुख उसे भीतर ही भीतर खाए जा रहा था। बुधवार दोपहर लगभग 2 बजे बाहर से जहर सेवन कर वह घर पहुंचा और इसकी जानकारी परिजनों को दी तो तत्काल उसे नजदीकी बरमकेला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच करते हुए रायगढ़ रेफर कर दिया। तदुपरांत, उमाशंकर को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, फिर भी सघन उपचार के दौरान देर रात तकरीबन 11 बजे उसके प्राण पखेरू उड़ गए। माना जा रहा है कि सन्तान सुख नसीब नहीं होने पर उसने आत्मघाती कदम उठाया है।
वहीं, दूसरा मामला पुसौर थानांतर्गत ग्राम नंदेली का है। यहां मजदूरी करने वाले शिवा सारथी पिता रामो (21 वर्ष) को न जाने क्या हुआ कि बीते 21 अक्टूबर की दोपहर वह खेत में जहर पी गया। घर पहुंचकर शिवा ने विषपान की सूचना दी तो बदहवास परिजन उसे पुसौर के अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर्स ने प्रारंभिक इलाज कर उसे मेकाहारा भेज दिया। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बाद भी शिवा ने गुरुवार तडक़े लगभग 6 बजे दम तोड़ दिया। फिलहाल, अस्पताल की तहरीर पर दोनों घटना में पुलिस मर्ग कायम करते हुए आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी है।
