आधार कार्ड अपडेट करने के लिए परिचित को दिया था, उसने एक अलग फर्म ही करा लिया रजिस्टर्ड
रायगढ़, 1 दिसंबर। रायगढ़ शहर में फर्जीवाड़े के हैरतअंगेज मामले सामने आते हैं। एक फास्ट फूड व्यवसायी के नाम से किसी ने धोखे से बिल्डिंग मटेरियल फर्म का रजिस्ट्रेशन करवा लिया। व्यवसायी के पास डेढ़ करोड़ का नोटिस पहुंचा तो उसके पैरों तले जमीन निकल गई। गरीब ठेले वाले के नाम पर सीमेंट, छड़ आदि सप्लायर फर्म का रजिस्ट्रेशन कर दिया गया। जब नोटिस मिला तो इसका खुलासा हुआ है । अब एसपी से इसकी शिकायत की गई है। आकाश जोगी पिता राजेश कुमार जोगी निवासी कोतरा रोड सोनिया नगर का गौरीशंकर मंदिर रोड पर फास्ट फूड सेंटर है। इसी से उसके परिवार का गुजारा होता है। उसने नगर निगम में स्टील काउंटर के लिए जनवरी 2021 में नगर निगम में लोन का आवेदन दिया था।












आधार कार्ड में पुरानी फोटो होने के कारण उसने अपडेट कराने के लिए परिचित विशेष अग्रवाल उर्फ चीनू निवासी कोतरारोड को दिया था। इसके साथ फोटो और पैन कार्ड की फोटोकॉपी भी दिया था। विशेष अग्रवाल का सोनल इंटरप्राइजेस के नाम से कोतरा रोड में कारोबार है। ठेले के लिए 86000 रुपए का लोन भी मिला है। दो दिन पहले जीएसटी के कुछ अधिकारी आए और उससे आकाश ट्रेडर्स नामक फर्म के बारे में पूछताछ की। उन्होंने बताया कि यह फर्म उसके नाम पर है और आधार नंबर भी उससे लिंक है। आकाश ट्रेडर्स पर डेढ़ करोड़ रुपए जीएसटी बकाया होने की बात सामने आ रही है। जबकि इस नाम की कोई फर्म के बारे में पीड़ित जानता ही नहीं है।





तब इस बात का अनुमान लगाया गया कि विशेष अग्रवाल ने ही आकाश जोगी का आधार और पैन इस्तेमाल कर एक फर्म का रजिस्ट्रेशन करवा लिया गया । विशेष ने आधार अपडेट कराने के नाम पर कई दिन लगाए थे। उसी दौरान पूरा गोलमाल किया गया। आकाश ट्रेडर्स के नाम पर लाखों का कारोबार किया गया होगा । संभव है की डेढ़ करोड़ की टैक्स चोरी की गई हो। यह भी हो सकता है कि डेढ़ करोड़ का इनपुट टैक्स क्रेडिट का क्लेम किया गया हो। संदेह होने पर जीएसटी के अफसरों ने तस्दीक की तो मामला खुल गया। प्रार्थी आकाश ने मामले की शिकायत एसपी रायगढ़ से की है।



फर्जी स्टाम्प भी तैयार, नोटरी भी
जीएसटी अधिकारियों ने एक स्टाम्प भी दिखाया जिसमें फर्म रजिस्टर्ड है। इसमें आकाश और उसके पिता राजेश जोगी का जाली हस्ताक्षर है। इसमें राजेश ने घोषणा की है कि वे अपनी जायदाद आकाश के नाम करते हैं। जबकि 100 रुपए का यह स्टाम्प भी फर्जी है। दोनों के साइन भी फर्जी हैं। ऐसा कोई स्टाम्प उसने बनवाया ही नहीं है । इस पर नोटरी की है। उससे पूछने पर भी इंकार किया गया।
आईटीसी फ्रॉड का रायगढ़ कनेक्शन
इस मामले में इनपुट टैक्स क्रेडिट फ्रॉड या जीएसटी चोरी का मामला हो सकता है। आवेदक को भी इसकी पूरी जानकारी नहीं है। दोनों ही तरह के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। आकाश जोगी का आधार और पैन कार्ड उपयोग कर एक नई फर्म खड़ी कर दी गई। विशेष अग्रवाल ने नई फर्म से कारोबार दिखाया। संभव है जीएसटी चोरी की गई हो।
