छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में 1 लाख के मोबाइल फोन के लिए सरकारी अधिकारी ने जलाशय का 21 लाख लीटर पानी निकलवा दिया। इस पर मचे बवाल के बाद जिला प्रशासन ने फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को अंततः निलंबित कर दिया है। वहीं, जल संसाधन विभाग के एसडीओ को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जानकारी के अनुसार कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास सोमवार को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुंचे थे। साहब का महंगा फोन खेरकट्टा परलकोट जलाशय में गिर गया। ओवरफ्लो टैंक 15 फीट तक पानी से लबालब भरा हुआ था। अधिकारी का फोन ढूंढने के लिए सरकारी अमला पानी निकालने में जुट गया। फोन निकालने के लिए लगातार तीन दिन से 30 एचपी का पम्प लगाकर ओवरफ्लो टैंक से पानी को खाली किया गया। तब जाकर गुरुवार की सुबह फूड इंस्पेक्टर के महंगे फोन को निकाला जा सका। इस बीच फोन को निकालने के लिए जलाशय को खाली कराए जाने का मामला सुर्खियों में आ गया।
सीएम भूपेश बघेल और रमन सिंह ट्वीटर पर भिड़े
दरअसल फूड इंस्पेक्टर की लापरवाही से हजारों एकड़ में खेती लायक पानी बरबाद हो गया. इसकी आलोचना करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि दाऊ भूपेश बघेल की तानाशाही में अधिकारी प्रदेश को पुश्तैनी जागीर समझ बैठे हैं. आज भीषण गर्मी में लोग टैंकरों के भरोसे हैं, पीने तक के पानी की व्यवस्था नहीं है. वहीं अधिकारी अपने मोबाइल के लिए लगभग 21 लाख लीटर पानी बहा रहे हैं. इतने में डेढ़ हजार एकड़ खेत की सिंचाई हो सकती थी.
इसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट किया है. मुख्यमंत्री ने अधिकारी को सस्पेंड करने की जानकारी देते हुए लिखा कि 2 बातें हैं डॉक्टर साहब. पहली ये कि अपने पद का दुरुपयोग करने का हक ‘नवा छत्तीसगढ़’ में किसी को नहीं है, जिस अधिकारी ने यह कृत्य किया है उसे निलंबित किया जा चुका है. वो दौर बीत गया जब लोग सत्ता में बैठकर फर्जी राशन कार्ड बनाते थे और अपने बेटे का ‘पनामा’ में खाता खुलवाते थे। इसके आगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रमन सिंह पर अनोखे अंदाज में पलटवार करते हुए लिखा कि दूसरी बात ये है कि आज हमने मितान योजना में राशन कार्ड को जोड़ा है, अब 14545 पर फोन करके मितान को घर बुलाएं और घर बैठे ही राशन कार्ड बनवाएं. यह बहुत अच्छी शुरुआत है, इसको आप आगे 3 लोगों को बताएं और उनसे कहें कि वो भी आगे 3 लोगों को बताएं. जय छत्तीसगढ़
