रायगढ़। औद्योगिकीकरण से कालिख की नगरी बन चुकी रायगढ़ जिले में आए दिन वृहद उद्योगों की स्थापना और उसके विस्तारीकरण की प्रक्रिया बेहिसाब जारी है। पूरे देश में सबसे प्रदूषित कहे जाने वाले गेरवानी सरायपाली एरिया में एक और वृहद उद्योग को विस्तारीकरण की अनुमति दी जा रही है। मैसर्स सुनील स्पंज लिमिटेड के क्षमता विस्तार की जनसुनवाई 29 मार्च 2023 को बंजारी मंदिर के पास मैदान में रखी गई है। इस उद्योग के विस्तार रूप लेने से क्षेत्र के आधे दर्जन गांव भयंकर प्रदूषण की चपेट में आ जाएंगे। वर्तमान में सराईपाली गेरवानी का यह मार्ग सबसे जर्जर और दूषित है। बावजूद इसके एक ही क्षेत्र में भारी उद्योगों को बसाने और उसके विस्तारीकरण करने पर शासन प्रशासन आमादा नजर आ रहा है रायगढ़ को कालिख के ढेर में बैठने की तैयारी चल रही है।
आपको बता दें कि सुनील स्पंज लिमिटेड के डायरेक्टर राजेश कुमार तोला, अशोक चौधरी, निशांत खेतान और प्रमोद कुमार तोला हैं। पिछले दिनों इनकम टैक्स चोरी के मामले में आयकर विभाग ने कम्पनी में छापा भी मारा था जिसमे अघोषित आय के अलावा फंड डायवर्ट को लेकर भी कई अहम दस्तावेज आयकर विभाग के हाथ लगे थे। कंपनी मालिकों की निजी संपत्ति और उनके सीए से भी पूछताछ की गई थी। कर चोरी कर अकूत सम्पति इकठ्ठा करने के बाद भी इस कम्पनी ने प्रभावित गांवों के लिए कुछ भी नहीं किया।
यहां तक कि ईएसपी भी इस प्लांट में नहीं चलाई जाती। भारी प्रदूषण को लेकर कुछ समय पहले लोगों ने पर्यावरण विभाग और जिला प्रशासन से शिकायत भी की थी। जिसके बाद लोगों ने इस प्लांट को जिले का सबसे प्रदूषित प्लांट बताया था। अब सराईपाली रायगढ़ में सुनील स्पंज प्राईवेट लिमिटेड के क्षमता विस्तार से देलारी, लाखा, गदगांव, सरायपाली, तराईमाल, तुमीडीह, गेरवानी, भुईकुर्री, सामारूमा जैसे दर्जनभर गांव भारी प्रदूषण से तबाह और बर्बाद हो जाएंगे।
