नो-एंट्री के दौरान भारी वाहनों का प्रवेश बन्द और मुआवजा राशि मिलने के बाद सुलटा हंगामा
रायगढ़। हाईवे में बीते सोमवार शाम ट्रेलर और बाईक भिड़ने से मोटर मैकेनिक की मौत के साथ उसके साथी के गंभीर होने की घटना के दूसरे रोज उत्तेजित मैकेनिक यूनियन ने तत्काल मुआवजा राशि की मांग को लेकर शहर के कोतरा रोड बाईपास रोड में चक्काजाम कर दिया। सीएसपी ने जब मृतक के परिवार को 25 हजार रुपये का मुआवजा दिलवाते हुए फरार ट्रेलर चालक को जल्द पकडऩे का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर 3 घंटे के बाद मामला सुलटा।
गौरतलब हो कि मूलत: उत्तर प्रदेश का भदोही निवासी मनोहर कुमार विश्वकर्मा पिता वंशराज विश्वकर्मा (32 वर्ष) रायगढ़ के इंदिरा नगर स्थित गंगाराम तालाब के पास परिवार के साथ रहते हुए मोटर मैकेनिक का काम करता था। सोमवार को मनोहर अपने मैकेनिक साथी बबलू के साथ बाईक लेकर एक काम से भूपदेवपुर की ओर गया था। शाम करीब 6 बजे मनोहर और बबलू के साथ लौट रहा था। वे जिंदल एयरपोर्ट की ओरआन सरोवर तालाब के पास से आ रहे थे।
इसी बीच तेज और लापरवाही पूर्वक गति एक चालक ट्रेलर को चलाते हुए आया और उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। भारी वाहन की चपेट में आने से बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं बाईक सवार दोनों युवक बुरी तरह घायल हो गए। इस बीच आरोपी ट्रेलर चालक मौके से भाग गया। इस हादसे से मनोहर गंभीर रूप से घायल हो गया और घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं उसका साथ घायल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल बबलू को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
चूंकि, मृतक मनोहर विश्वकर्मा शहर के बाईपास मार्ग में मैकेनिक का कार्य करता था, इसलिए असमय हुई इस घटना से मृतक के साथी काफी नाराज थे। ऐसे में मंगलवार अपरान्ह लगभग 12 बजे मैकेनिक यूनियन के सदस्यों ने कोतरा रोड बाईपास मार्ग में इला मॉल के पास चक्काजाम कर दिया। मैकेनिक साथी मृतक के परिवार के लिए तत्काल मुआवजा की मांग पर अड़े थे। वहीं, चक्काजाम से कोतरा रोड और उर्दना की तरफ वाहनों के पहिये थमने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होने की भनक लगते ही कोतरा रोड थाना प्रभारी गिरधारी साव पहुंचे और चक्काजाम खत्म करने को कहा, मगर मैकेनिक यूनियन के लोग नहीं माने।
वहीं, चक्काजाम के चलते वातावरण में तनाव का जहर घुलते देख नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय को मोर्चा सम्हालने जाना पड़ा। मैकेनिक यूनियन का कहना था कि नो एंट्री के दौरान शहर में धड़ल्ले से प्रवेश करने वाले वाहनों पर रोक लगे। साथ ही पीडि़त परिवार को तत्काल मुआवजा दी जाए। काफी आरोप-प्रत्यारोप के बाद सीएसपी ने कहा कि मैकेनिक यूनियन अगर चाहे तो वे जल्द ही ट्रैफिक डीएसपी के साथ उनकी बैठक करा सकते हैं। मृतक के परिजनों को शासन की तरफ से तात्कालिक सहायता के रूप में 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता करते हुए मनोहर विश्वकर्मा के शव को उत्तरप्रदेश के उसके गृहग्राम भेजने के लिए वाहन की व्यवस्था की तो 3 घंटे तक चला चक्काजाम समाप्त हो गया।
