Skip to content
Home | Raigarh News : रायगढ़ के व्यवसायी मनीष को पीट रहे ईडी के अफसर.. वकील बोले- पूछताछ के लिए 32 घंटे खड़ा रखा, पिटाई से आंख में आई चोट

Raigarh News : रायगढ़ के व्यवसायी मनीष को पीट रहे ईडी के अफसर.. वकील बोले- पूछताछ के लिए 32 घंटे खड़ा रखा, पिटाई से आंख में आई चोट

रायपुर। ईडी की कार्रवाई प्रदेश में जारी है। आईएएस अफसरों, कारोबारियों और बड़े राजनेता ईडी के रडार पर हैं। छापों के बाद प्रवर्तन निदेशालय के अफसर पूछताछ के लिए लगातार लोगों को अपने दफ्तर में बुला रहे हैं। इस पूछताछ में लोगों के साथ क्या सलूक किया जाता है। इसका खुलासा एक कारोबारी के वकील ने किया है। वकील ने बताया है कि ईडी के अफसर बयान देने के लिए मजबूर करते हैं, पीटते हैं, तरह-तरह की सजाएं दी जाती हैं। अब बात कोर्ट तक जा पहुंची हैं। रायपुर की अदालत ने कारोबारी की शिकायत स्वीकारते हुए इस मामले में श्वष्ठ से जवाब मांगा है।

कारोबारी मनीष कुमार उपाध्याय के साथ भी ईडी अफसरों ने मारपीट की है। इनके वकील पलाश श्रीवास्तव ने खुलासा किया है कि ईडी के अफसर पूछताछ के दौरान कैसी-कैसी हरकतें कर रहे हैं। वकील ने बताया कि मेरे क्लाइंट को समन जारी हुआ । पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया गया था। जब वो ईडी दफ्तर गए तो उन्हें दबाव पूर्वक बयान देने कुछ लोगों के नाम लेने को कहा गया। इनकार करने पर उन्हें खड़े रखा गया। अफसरों ने उन्हें बैठने नहीं दिया। 32 घंटे तक बिना ब्रेक के कारोबारी को खड़े रखा गया। वकील ने साफ कहा कि सोने, सुस्ताने की तो बात ही नहीं। कारोबारी ने बताया कि मुझे बुलाया गया 32 घंटे खड़ा रखा गया।

कारोबारी को वैरीकोज वेन्स नाम की बीमारी है। ये बताने के बाद भी उसे खड़ा रखा गया। अफसर दबाव बनाते रहे कि हम जैसा कह रहे हैं वैसा बयान दो। करोबारी की बीमारी वैरीकोज वेन्स में खड़े होने और चलने में निचले शरीर की नसों में दबाव बढ़ जाता है, दर्द होता है। मगर अफसर नहीं माने। वकील ने बताया कि ईडी के अफसर यहीं तक नहीं रुके, उन्होंने कारोबारी को बुरी तरह से पीटा। इतना मारा कि आंख की रेटिना में दिक्कत आ चुकी है। बुरी तरह से अफसर उन्हें पीटते रहे। अब हाल ये है कि ईडी अफसरों की पिटाई और टॉचर्र की वजह से कारोबारी ठीक ढंग से खड़े नहीं हो पा रहे, आंखों का इलाज करवाना पड़ा है।

कोर्ट ने लिया संज्ञान, ईडी से जवाब तलब किया
वकील पलाश श्रीवास्तव ने बताया कि हमने कोर्ट से मांग रखी है कि ईडी जो भी पूछताछ करे उसे नियमानुसार करे, आधिकारिक समन जारी हों, कई बार बिना किसी डेट या अधिकारी के हस्ताक्षर के समन जारी कर दिए जाते हैं। जो भी पूछताछ हो, वो कैमरों की निगरानी में हो, ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ पूछताछ की जानकारी कोर्ट को मुहैया करवाई जाए। अधिवक्ता पलाश ने बताया कि और भी लोगों ने इस मामले में ऐसी प्रताडऩा की शिकायतें की हैं। रायपुर की कोर्ट ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए अगली सुनवाई के लिए 27 जनवरी की तारीख दी है, ईडी से भी इस पर जवाब लिया जाएगा।