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Raigarh News /डंपर ने कुचला : दोस्त के बर्थ डे पार्टी से लौट रहे बाईक चालक की मौत, 2 साथी जख्मी

  • उत्तेजित लोगों ने मुआवजा राशि और मृतक की बीवी-बहन को नौकरी दिलाने की मांग कर 5 घंटे किया चक्काजाम

रायगढ़। दोस्त की बर्थडे पार्टी मनाकर लौट रहे तीन सवारी मोटर सायकिल और डंपर भिड़ने से खूनी पहिए के नीचे दबने से बाईक चालक की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, उसके दोनों साथी जख्मी हो गए। हादसे के बाद उत्तेजित लोगों ने मुआवजा राशि और मृतक की बीवी-बहन को नौकरी दिलाने की मांग करते हुए 5 घंटे चक्काजाम कर दिया। एनटीपीसी की खनन कंपनी केसीएल ने शोकाकुल परिवार को 5 लाख के साथ मृतक की बीवी-बहन को नौकरी दी, तब कहीं जाकर आधी रात को बवाल शांत हुआ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार घरघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम साल्हेपाली में रहने वाला रमेश दास महंत अपने दोस्त अमरानंद बैरागी और कोनपारा के सोनू यादव को अपनी मोटर सायकिल में बैठाकर बुधवार देर शाम ढाबा खोलने की योजना को आगे बढ़ाने के लिए बिछीनारा गए। चूंकि, एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी भी होनी थी इसलिए तीनों युवकों ने बर्थडे सेलिब्रेट भी किया। खाना-पीना होने के बाद रमेश अपनी बाईक के पीछे अमरानंद और सोनू को बैठाते हुए खुद ड्राइव कर रात लगभग 9 बजे घरवापसी के लिए निकला था। तीनों युवक आपस मे बतियाते हुए रायकेरा और बिछीनारा चौक के पास पहुंचे थे कि पीछे से कोयला लोड डंपर ने उनको अपनी चपेट में ले लिया। भारी वाहन की अप्रत्याशित टक्कर से बाईक के असंतुलित होने पर तीनों गिर गए। क्षतिग्रस्त बाईक के साथ धराशायी हुआ रमेश उठ पाता, इसके पहले डंपर का पहिया उसके ऊपर चढ़ गया और अमरानंद तथा सोनू की आंखों के सामने उसने घटना स्थल पर ही तड़पते हुए दम तोड़ दिया। इस घटना में घायल सोनू और अमरानंद की चीख चीत्कार को सुन आसपास के लोगों को आते देख पकड़े जाने के डर से आरोपी चालक अपनी गाड़ी छोडक़र भाग निकला।

तदुपरांत, लोगों ने 112 नंबर डायल कर दुर्घटना की सूचना देते हुए मदद की मांग की तो कुछ देर में एम्बुलेंस आने पर आहतों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। सडक़ हादसे की भेंट चढऩे वाला रमेश की क्षत-विक्षत लाश को पुलिस जब पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी तो आक्रोशित लोगों ने एनटीपीसी तिलईपाली की खनन कंपनी केसीएल यानी कलंगा के खिलाफ चक्काजाम कर दिया, क्योंकि घटना कारित डंपर उसी की थी। ऐसे में वातावरण में तनाव के जहर को घुलते देख वर्दीधारियों ने उच्चाधिकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया तो एसडीओपी दीपक मिश्रा को मोर्चा सम्हालने जाना पड़ा। उत्तेजित लोग मृतक रमेश के डेढ़ माह के दूधमुंहे बेटे के 21 बरस के होने तक भरण पोषण तथा उसकी बीवी व बहन को मुआवजा राशि के रूप में 3 करोड़ के साथ एनटीपीसी में नौकरी दिलाने की मांग करने लगे। फिर, 3 से 1 करोड़ पर अड़ गए।

वहीं, तहसीलदार शिवकुमार डनसेना और नायब तहसीलदार आरएस सोनी भी घटना स्थल पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को समझाने लगे, मगर वे अपनी मांगों पर अड़े ही रहे। काफी आरोप-प्रत्यारोप के बाद दरमियानी रात करीब 3 बजे जब केसीएल कंपनी ने अपने डंपर चालक की गलती मानते हुए मृतक के परिजनों को साढ़े 4 लाख का चेक तथा 50 हजार नगद यानी कुल 5 लाख रुपये और रमेश की विधवा हुई बीवी एवं बहन को अपनी कंपनी में योग्यतानुसार रोजगार दिलाने की पहल की। इसी तरह प्रशासनिक अफसरों ने मृतक के शोकाकुल परिवार को तात्कालिक सहायता के तौर पर शासन की तरफ से 25 हजार की सहायता दी तो 5 घंटे तक चक्काजाम का हंगामा खत्म हुआ। दूसरी तरफ घरघोड़ा पुलिस ने डंपर को जब्त करते हुए देर रात आरोपी ड्रायवर को भी गिरफ्तार कर उसके खिलाफ धारा 279, 337, 304 ए के तहत मुकदमा पंजीबद्ध किया है।