रायगढ़। 10 दिन से लापता प्रेमी जोड़े की आखिरकार बरगद पेड़ में लटकती लाश मिलने की गुत्थी सुलझ गई है। दरअसल, दूर के रिश्ते में बुआ और भतीजे होने के कारण जब प्रेमी युगल एक नहीं हो सके तो घर से भागकर उन्होंने मौत का रास्ता चुन लिया। यह प्रसंग लैलूंगा का है। सूत्रों के मुताबिक लैलूंगा के 2 होने वार्ड नंबर 2 से लगे ढोढ़ोंटोंगरी जंगल में शनिवार को बरगद पेड़ की शाखा में बंधे चुनरी के फंदे पर प्रेमी जोड़े की सड़ी गली हालत में लटकती लाश बर की सनसनीखेज कांड में अब नया मोड़ आ गया है।। वार्ड क्रमांक 1 निवासी मृतक सनत पैकरा वल्द स्व. भानुप्रसाद ( 26 वर्ष ) तथा उसी मोहल्ले की मृतिका कु. रीता पिता प्रमोद पैकरा ( 19 साल ) बचपन से एक दूसरे को पसंद करते थे।
चूंकि, युवक और युवती का घर आसपास ही है और वे दूर के रिश्ते में बुआ-भतीजे लगते थे , इसलिए बिना किसी झिझक के वे एक दूसरे के घर आना-जाना करते थे। बाली उमर की चाहत कब मोहब्बत में बदल गई, उनको पता तक नहीं चला। सनत और रीता एक ही समाज के थे, फिर भी वे चाहकर भी अपने प्यार को नाम नहीं दे पा रहे थे और बुआ-भतीजे का दूर का रिश्ता उनकी प्रेम कहानी का रोड़ा बन गया था। जबकि, वे एक दूजे का हाथ थामते हुए ताउम्र साथ जिंदगी जीने के ख्वाब देखा करते थे। ऐसे में जब परिजनों को उनके बीच चल रहे प्रेम प्रसंग की खबर लगी तो वे की रिश्ते की दुहाई देते हुए खिलाफत पर उतर आए। यही वजह रही कि परिजनों से शादी के लिए रजामंदी नहीं मिलने पर प्रेमी युगल बीते 2 नवंबर को घर छोड़कर भाग निकले।
चूंकि, सनत और रीता जान चुके थे कि..
स्वजातीय होने के बाद भी परिवार वाले उनके प्यार को दरकिनार करते हुए किसी भी सूरत में उन्हें वैवाहिक बंधन में नहीं बंधने देंगे, इसलिए इश्क को मंजिल पर ले जाने में नाकाम प्रेमी युगल ने साथ मरने का आत्मघाती कदम उठा लिया। बहरहाल, विवेचना में मृतकों के बीच रिश्तेदारी की बात सामने आने के बाद लैलूंगा पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
क्या कहते हैं
मरकाम प्रेम प्रसंग में परिजनों के बगावत कर 10 रोज से लापता युवक-युवक की एक ही पेड़ में लाश मिलने की घटना को पुलिस ने बेहद गंभीरता से लिया है। जांच पड़ताल में खुलासा हुआ कि मृतकों के बीच करीबी रिश्ता था, इसलिए उन्होंने घर से भागने के बाद एक साथ जान दी है। –नारायण सिंह मरकाम थाना प्रभारी, लैलूंगा
