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नेतनागर में गतिरोध बरकरार, किसान नेता विरोध पर कायम

प्रशासन जल्द से जल्द कराना चाहता है निर्माण, कई सालों से पूरी नहीं हो सकी परियोजना, केंद्र सरकार से भी मिला है आवंटन, स्टे की उड़ी अफवाह

रायगढ़, 15 मार्च। नेतनागर में केलो परियोजना की नहर का काम रुका हुआ है। किसानों ने जमीन देने से इंकार कर दिया है। इसलिए उस स्थान पर काम बंद है। अभी भी इस मामले में निराकरण नहीं हो सका है। बुधवार को कुछ किसानों ने एसडीएम से मिलकर चर्चा की। उनका कहना है कि भूअर्जन के समय किसानों को सूचना नहीं दी गई जबकि दस्तावेजी प्रमाण कुछ और कह रहे हैं। प्रशासन पर नहर का काम जल्द पूरा कराने का दबाव है। केलो परियोजना के नहर का काम नेतनागर में रुक गया है। किसानों ने पानी नहीं तो जमीन नहीं के नारे के साथ आंदोलन प्रारंभ किया है। दिनोंदिन गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है। किसानों ने बुधवार को एसडीएम रायगढ़ को ज्ञापन देकर काम रोकने की मांग की। किसानों का कहना है कि नेतनागर के 50 किसानों की भूमि अवैधानिक तरीके से बिना ग्राम पंचायत को सूचना दिए ली गई।

प्रभावित किसानों को दावा-आपत्ति के अधिकार से भी वंचित रखा गया। अब किसानों को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर डराया जा रहा है। इसके विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने एसडीएम से तत्काल काम रोकने का आदेश देने की मांग की। इस पर कोई आदेश नहीं दिया गया है। भाजपा जिला मंत्री और किसान विलीस गुप्ता का कहना है कि जब किसानों तक पानी पहुंचेगा ही नहीं तो जमीन क्यों दें। डैम की ऊंचाई कम करने से नहरों में पानी का प्रेशर भी कम हो जाएगा। 12 साल से चल रहे काम को अब तक पूरा नहीं कराया जा सका है। श्री गुप्ता ने केलो परियोजना के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। किसानों की मांग को जायज मानकर उन्होंने तुरंत काम रोकने की मांग की है। बुधवार को किसानों का एक समूह एसडीएम से मिला। इस दौरान भूअर्जन के दौरान किसानों को दिए गए नोटिस और दावा-आपत्ति के संबंध में कागजात भी दिखाए गए। तकरीबन सारे किसानों को सूचना दी गई थी।

भाजपा-कांग्रेस दोनों फंसे

नेतनागर में किसानों के आंदोलन को विपक्ष में होने के कारण भाजपा समर्थन दे रही है। कई स्थानीय कांग्रेसी नेता भी इसमें शामिल हैं जिनके कारण विधायक प्रकाश नायक को भी साथ खड़ा होना पड़ा। अब मामला रोचक हो गया है। नहर निर्माण के काम को जल्द पूरा करने का दबाव है क्योंकि इसकी समीक्षा हो रही है। इधर किसान आंदोलन ने मुश्किल खड़ी कर दी है। किसान काम रोकने की मांग कर रहे हैं लेकिन एसडीएम ने बताया कि कोई भी काम रोको आदेश नहीं दिया गया है।

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