रायगढ़। पड़ोसी के यहां बिजली वायरिंग का काम होने के दौरान खेलने जाना एक नादान बालक को उस समय महंगा पड़ा, जब करंट की चपेट में आने से उसकी असमय जान चली गई। करंट से गरीब मजदूर परिवार के इकलौते चिराग को असमय बुझाने का यह दुखद प्रसंग शहर के जूटमिल चौकी क्षेत्र का है।
इस संबंध में जूटमिल चौकी प्रभारी कमल किशोर पटेल ने बताया कि फटहामुड़ा में रहने वाला दिलहरण महंत रोजी मजदूरी कर अपनी बीवी और 5 साल के एकमात्र बेटे भुवनेश्वर का भरण पोषण करता था। शुक्रवार शाम भुवनेश्वर अपने घर से खेलते हुए पड़ोसी के यहां जा पहुंचा, जहां बिजली वायरिंग का काम हो रहा था। खेल की धुन में नादान बालक ने बिजली के उस तार को पकड़ लिया, जिसमें करंट प्रवाहित था।
फिर क्या, करंट का जोरदार झटका लगते ही भुवनेश्वर चीख मचाते हुए फेका गया। विद्युत प्रवाहित वायर पकड़ने वाला बच्चा चूंकि बेसुध होने लगा था, इसलिए घटना की भनक लगते ही बदहवास महंत परिवार आनन-फानन में अपने लाडले को लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही मासूम को मृत घोषित कर दिया। घर से खेलते निकले भुवनेश्वर के अचानक करुणान्त होने से मजदूर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। शनिवार सुबह मर्च्यूरी रूम में पोस्टमार्टम के बाद जूटमिल पुलिस ने शव को अंतिम संस्कार के लिए शोक के महासागर में डूबे महंत परिवार को सौंप दिया है। साथ ही मर्ग कायम करते हुए पुलिस छानबीन कर रही है।
