रायगढ़। 01 जनवरी की शाम थाना तमनार अंतर्गत ग्राम हल्दीझरिया में झगड़ा मारपीट की घटना में एक युवक द्वारा गांव के एक अन्य युवक पर डंडा से सिर पर वार कर प्राण घातक चोट पहुंचाया था। तमनार पुलिस ने आहत की स्थिति देखते हुए उसके मेडिकल रिपोर्ट का पुन: क्यूरी कराकर, रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण में धारा 307 आईपीसी विस्तारित कर आरोपी को गिरफ्तार कर आज न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक थाना तमनार अंतर्गत ग्राम हल्दीझरिया में 01 जनवरी 2023 की शाम करीब 6 बजे कमल सिदार (20 साल) गांव के लक्षन कुमार राठिया के घर के बाहर लक्षण राठिया और उसके भाई घुराऊ राम राठिया को गाली-गलौच कर रहा था जिसे घुराउ गाली-गलौच करने से मना किया, दोनों के बीच कहा-सुनी हुई और कमल सिदार पास में रखे जलाउ लकड़ी के डंडा से घुराउराम राठिया के सिर पर वार किया जिससे घुराउराम राठिया के सिर में सुजन आया और वहीं बेहोश हो गया। आसपास मौजूद लोग बीच बचाव किये और आहत घुराउ राम को तमनार अस्पताल लेकर आये। घटना के संबंध में आहत के भाई लक्षन राठिया के रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 02/2023 धारा 294, 506, 323 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
वहीं आहत घुराउ राम (34 साल) के चोट गंभीर बताते हुए डॉक्टर द्वारा तमनार अस्पताल से बेहतर ईलाज के रायगढ़ रिफर किये। जहां आहत घुराउराम राठिया ईलाजरत है। थाना प्रभारी तमनार उप निरीक्षक जी.पी. बंजारे द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी, गवाहों का कथन लिया गया तथा आहत के चोट की स्थिति देखते हुये मेडिकल रिपोर्ट का पुन: डॉक्टर से क्यूरी कराया गया। डॉक्टर द्वारा आहत को आई चोट को गंभीर किस्म का बताने पर प्रकरण में धारा 307 भादवि जोड़ कर आरोपी कमल सिदार की पतासाजी के लिये थाना प्रभारी के नेतृत्व में देर रात पुलिस टीम ग्राम हल्दीझरिया में दबिश देकर आरोपी को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ पर आरोपी अपना अपराध स्वीकार करते हुए घटना घटित करना बताया, आरोपी के मेमोरेंडेग पर घटना में प्रयुक्त एक मोटा लकड़ी का डंडा जप्त कर आरोपी कमल सिदार पिता भगत सिदार उम्र 20 साल सा. हल्दीझरिया थाना तमनार जिला रायगढ़ को गिरफ्तार कर आज न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, रायगढ़ के दिशा निर्देशन तथा एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के महत्वपूर्ण मार्गदर्शन पर आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी में थाना प्रभारी तमनार उप निरीक्षक जी.पी. बंजारे, प्रधान आरक्षक पारसमणी बेहरा, संतोष कुर्रे, आरक्षक कमलेश राठिया और किशोर कुमार कुल्लू की प्रमुख भूमिका रही है।
