निगम के तोडू दस्ते ने की सख्त कार्रवाई, 5 दर्जन से अधिक गरीबों के रोजगार पर चला बुलडोजर
रायगढ़। निगम के तोड़ूदस्ते ने अब चक्रधर नगर से विजयपुर चौक तक सडक़ किनारे गुमटी-ठेलों पर गाज गिराई। अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर चलने पर 5 दर्जन से अधिक गरीबों का रोजगार छीन गया। पुलिस की चुस्त दुरुस्त व्यवस्था के बीच बेजाकब्जा हटाओ मुहिम में दुकानों के बांस-बल्ली एयर फ्लैक्स तक जब्त हो गए। वहीं, बोईरदादर के मीट मार्केट में जमकर विरोध होने पर निगम कर्मियों को बैरंग लौटना पड़ा।
रायगढ़ को अतिक्रमण मुक्त शहर बनाने की मुहिम को धरातल पर उतारते हुए निगम प्रशासन ने इस शुक्रवार को चक्रधर नगर स्थित कमला नेहरू पार्क से बोईरदादर होते हुए विजयपुर चौक तक कार्रवाई की कवायद की। चूंकि, सडक़ किनारे बेजाकब्जा कर नाली ऊपर दुकान लगाते हुए यातायात व्यवस्था को प्रभावित करने वाले फुटकर दुकानदारों को निगम कर्मचारी पहले ही नोटिस जारी कर कार्रवाई की जानकारी दे चुके थे, फिर भी ऐहतियात के तौर पर पुलिस के साथ सुबह साढ़े 10 से दोपहर 2 बजे तक
कार्रवाई का चाबुक चलने पर बरसों से पसरा तथा गुमटी लगा कर दुकान लगाने वाले तकरीबन 5 दर्जन से अधिक ठेले, खोमचे व गुमटियों में तोडफ़ोड़ की गई। कई दुकानों के फ्लेक्सी के अलावे बांस-बल्ली व अन्य सामान भी जब्त किया गया। दुकानदारों को पूर्व में ही नोटिस दिया गया था, पंरतु कई दुकानदारों को नोटिस तक नही मिलने की बात कही जा रही थी। इसके कारण विवाद के हालात बने रहे।

इस अभियान में राजस्व विभाग ने प्रति दुकानदार 1 हजार से लेकर हजार 10 हजार रूपये के हिसाब से चालान काटा। खासकर कमला नेहरू गार्डन के पास दिल्ली बाजार के दो दुकानों से 8 हजार, ठेले टप्पर लगाने वाले प्रति गुमटियों से 2 हजार तक चालान हुआ। कई दुकानदारों ने तो इस अभियान से डरकर अपनी दुकान ही नहीं खोली, फिर भी उनके बंद दुकानों पर भी कार्रवाई का कहर बरपा।

वहीं, बोईरदादर चौक स्थित मीट मार्केट और सब्जी बाजार को लेकर भारी बवाल हुआ। यहां दुकानदारों ने निगम प्रशासन द्वारा निर्धारित पौनी पसारी में मांस-मछली दुकानों में जाने से इंकार कर दिया। इससे मौके पर तनाव की इस कदर स्थिति बनी कि निगम अमले को मजबूरन वहां से खाली हाथ लौटना पड़ा। बहरहाल, आज गरीब दुकानदारों पर कार्रवाई और सम्पन्न वर्ग को रियायत देने की चर्चा सुर्खियों में रही।
