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Home | किसकी सरपरस्ती में चल रही थी कोयला चोरी, अंबुजा सीमेंट के कोयला खदान में असली गिरोह अभी नहीं आया हाथ, अडाणी समूह के टेकओवर करने के बाद हालात बदले

किसकी सरपरस्ती में चल रही थी कोयला चोरी, अंबुजा सीमेंट के कोयला खदान में असली गिरोह अभी नहीं आया हाथ, अडाणी समूह के टेकओवर करने के बाद हालात बदले

“रायगढ़। अंबुजा सीमेंट की अंडरग्राउंड कोल माइंस से हाई क्वालिटी का कोयला निकलता है। तमनार क्षेत्र में सक्रिय एक गिरोह इस कोयले को पार करने में लगा है । इसी दौरान दो गाड़ियों को पकड़ा गया है। सूत्रों के मुताबिक यह तो बहुत कम है। दरअसल कंपनी के एक अधिकारी की सरपरस्ती में कोयला चोरी हो रही थी जो कुछ समय पहले ही रुकी है।”

कोयले की चोरी में मास्टर माइंड हो चुके माफिया अब किसी बात की चिंता नहीं करते। कोई भी खदान हो, वहां के अधिकारी से सेटिंग आसानी से हो जाती है। अंबुजा सीमेंट की माइंस गारे पेलमा 4/8 से कोयला चोरी का काम बेहद शातिर तरीके से किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि एक लोकल माफिया ने कंपनी के एक अफसर से डील की थी। इसके बाद अंबुजा की माइंस से रोज कुछ गाड़ियां बिना एंट्री के निकलने लगीं। इस बीच किसी ने कोयला चोरी के इस कारनामे पर शोर मचा दिया तो दोनों के बीच की सेटिंग टूट गई। कुछ समय तक कोयला चोरी बंद रही तो फिर नए तरीके से काम शुरू किया गया। पूंजीपथरा पुलिस के हत्थे चढ़े लोग कभी कभार कोयला चोरी करने वाले लोग हैं। जो गिरोह लगातार काम कर रहा था, वह अब भी पकड़ से दूर है। अंबुजा के अंडरग्राउंड माइंस से निकलने वाले कोयले की क्वालिटी बहुत अच्छी होती है इसलिए कोल माफिया इसमें लगा हुआ है। अंबुजा के एक अधिकारी के बारे में केलो प्रवाह ने पूर्व में खबर भी प्रकाशित की थी। जो गाड़ियां पकड़ी गई हैं, वे झारसुगुड़ा के एक कोल ट्रांसपोर्टर की है। उसकी गाड़ियां हिंडाल्को के बनखेता माइंस से कोयला उठाकर जाने वाली थी।

जहां भी गए, विवाद ही हुआ
अंबुजा सीमेंट के एक अफसर इन दिनों चर्चा में हैं। बताया जा रहा है कि ये पहले जिस कंपनी में थे, वहां भी कोयला खदान में इसी तरह का कारनामा सामने आया था। अब वे अंबुजा सीमेंट में हैं, तो फिर वह कहानी सामने आ गई है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है। इसमें एक ढाबा संचालक और एक कोल माफिया की भूमिका सामने आ रही है। इन दोनों के नाम भी पूछताछ में सामने आ चुके हैं।