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सरिया-बरमकेला को रायगढ़ जिले में न रखने के विरोध में सीएम-विधायक का पुतला दहन

सरिया। सरिया बरमकेला क्षेत्र के जन आकांक्षाओं को तिलांजलि देने का आरोप लगाते हुए जिला संघर्ष समिति के द्वारा 3 सितंबर शनिवार को सुबह 9 बजे गांधी चौक सरिया धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री एवं विधायक का पुतला दहन किया। नवीन जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के निर्माण के दौरान ही सरिया बरमकेला क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री से मांग किया है कि सरिया बरमकेला को रायगढ़ जिला में यथावत् रखा जाए जहां मुख्यमंत्री ने अपने निवास में हजारों की संख्या में क्षेत्रवासियों को आश्वासन दिया था कि आप लोग जहां रहना चाहते हैं, रह सकते हैं। शासन के प्रक्रिया के तहत दावा आपत्ति के दौरान अपना दावा आपत्ति प्रस्तुत करें।

इसके बाद से जिला निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले कांग्रेस, भाजपा सभी ने एक राय होकर 65 दिनों तक जनपद पंचायत बरमकेला के सामने धरना प्रदर्शन किया और 16 हजार से ज्यादा लोगों ने दावा आपत्ति प्रस्तुत कर मांग किया कि हमें रायगढ़ जिला में ही यथावत् रखा जाए। इसके बाद लगातार क्षेत्र के लोगों ने धरना प्रदर्शन करते हुए परसरामपुर सूरजगढ़ पुल के पास चक्का जाम आंदोलन किया जहां शासन-प्रशासन ने आश्वासन दिया कि आप लोगों की मांग पर उचित कार्यवाही किया जाएगा।

इसके बाद 1 सितंबर को जिला निर्माण संघर्ष समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से रायगढ़ जिला के लोइंग में आयोजित भेंट मुलाकात के दौरान पुन: मांग किया कि हमें रायगढ़ जिला में ही रखा जाए. इस पर मुख्यमंत्री द्वारा कोई संतोषप्रद आश्वासन नहीं मिलने से जिला निर्माण संघर्ष समिति ने आज 3 सितंबर शनिवार को सुबह 9 बजे गांधी चौक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं विधायक प्रकाश नायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धरना प्रदर्शन किया। 3 घंटे तक धरना प्रदर्शन के बाद अंत में प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं विधायक प्रकाश नायक का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने काली पट्टी एवं काला झंडा लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से जगन्नाथ पाणिग्राही, मोहन पटेल, कैलाश पण्डा, रामकृष्ण नायक, परदेशी प्रधान; स्वप्निल स्वर्णकार, अरूण शराप, नेमचंद अग्रवाल, मोहन पटेल छेलभांठा, गोविंद अग्रवाल, जयरतन पटेल, सेवकराम पटेल, चूड़ामणि पटेल, राधामोहन पाणिग्राही, मोतिलाल स्वर्णकार, संजय चौधरी, जुगलकिशोर अग्रवाल, शशि डनसेना, संतोष मराठा, राधाकांत देहरी, चतुर सिंह सिदार, नरेश सिदार, शत्रुघन प्रधान, राजकिशोर पाणिग्राही, शुकदेव दुआन, भोपाल पटेल, पवन साहू, सुरेश पटेल, बबलु पटेल, मित्रभानु मालाकार, नारद मेहर, गोलू अग्रवाल, मनोज मेहर, सुनील प्रधान, संतोष प्रधान, बाबुलाल साहू, सागर पटेल, वृन्दावन प्रधान, संतराम चौहान, डमरू प्रधान, वृन्दावन प्रधान, अभी प्रधान, सुरेन्द्र साहा, प्रफुल्ल साहू, सुरेन्द्र प्रधान, आदित्य प्रधान, सुरेश प्रधान, तुलाराम डनसेना, गोवर्धन निषाद सहित अन्यान्य जन उपस्थित थे।