रायगढ़। निगम प्रशासन ने रायगढ़ स्टेडियम से बोईरदादर चौक तक अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर चलाते हुए फिर 12 दुकानों को ढहा दिया। अपने रोजगार पर निगम प्रशासन की लात पड़ते देख कुछ लोगों को हुज्जतबाजी करते देख आयुक्त ने पुलिस बुलाई तो वर्दीधारियों को आते देख विरोधकर्ताओं को मजबूरन शांत होना पड़ा। शहर की सड़कों और नालियों के ऊपर अतिक्रमण कर दुकानें लगाने वालों के खिलाफ निगम प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। इस शुक्रवार शहर के चक्रधर नगर स्थित रायगढ़ स्टेडियम से बोईरदादर चौक तक बेजाकब्जा साफ करने की कवायद हुई। दोपहर 1 बजे आयुक्त संबित मिश्रा की अगुवाई में नजूल अधिकारी सूरज देवांगन एंड टीम ने अभियान का श्रीगणेश किया।












सड़क किनारे मगर नालियों के ऊपर लगे खोमचे-ठेलों को निगम कर्मचारियों ने हटाया तो बांस-बल्ली और तिरपाल लगाकर अस्थाई सब्जी दुकानों को साफ करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करना पड़ा। पहले पहल तो अतिक्रमण के विरुद्ध तोडफ़ोड़ कार्रवाई को लोग देखते रहे, लेकिन जब तोड़ू दस्ते ने एक-एक कर 12 दुकानों को ध्वस्त किया तो कुछ फुटकर कारोबारी मुखालफत पर उतरते हुए हुज्जतबाजी तक पहुंचने लगे। ऐसे में भीड़ बढऩे पर वातावरण में तनाव का जहर घुलते देख संभावित अप्रिय स्थिति से पहले आयुक्त ने चक्रधर नगर थाने में फोन करते हुए वस्तुस्थिति बताया।





फिर क्या, चन्द ही मिनट में खाकी वर्दीधारी दनदनाते हुए वहां पहुंचे तो विरोधकर्ता फिर बहस पर उतर आए। पुलिस ने कानून का उल्लंघन करने वालों को नियम का पाठ पढ़ाते हुए सरकारी कामकाज में खलल डालने के बदले थाने ले जाने की धमकी देकर सख्त तेवर दिखाए, तब कहीं जाकर विरोधकर्ताओं के हौसले पस्त हुए और निगम कर्मचारियों ने बेजाकब्जा के खिलाफ मुहिम चलाया। नजूल अधिकारी सूरज देवांगन ने बताया कि अतिक्रमणकारी दुकानदारों को पहले से सूचित कर दिया गया था। निगम प्रशासन चाहती है कि बोईरदादर के मोदी पारा में बने पौनी पसारी की दुकानों में शिफ्टिंग हो। इसके लिए दुकानदारों की मांग पर वहां पानी-बिजली का भी इंतजाम किया गया है, फिर भी कुछ दुकानदार विवाद कर रहे थे तो पुलिस की मदद लेनी पड़ी।



