नई दिल्ली। मणिपुर में एम्बुस लगाकर 46 असम राईफल्स के कमांडान्ट के काफिले पर किये गये हमले में मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट के एक सरगना को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके सिर पर 4 लाख रूपये का ईनाम घोषित किया गया था। यह जानकारी एनआईए जो इस मामले की जाँच कर रही है, की ओर से आधिकारिक तौर पर दी गई है।
माचुक्रिंग जामशिम शिमरय उर्फ निंग खाम निवासी न्यू केनन जिला उखुरूल को जाँच दल की संयुक्त कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया गया है। संयुक्त टीम में एनआईए, असम राईफल्स और मणिपुर पुलिस शामिल थे। यह गिरफ्तारी इंफाल पूर्व जिले के येनगोगंपी गांव में बीते शनिवार को की गई थी ऐसी जानकारी एनआईए की ओर से दी गई है। एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक शिमरय जो कि एमएनपीएफ का एक सक्रिय सदस्य था। एम्बुस हमले में उसे सीधे तौर पर पाया गया है। शिमरय की गिरफ्तारी के लिये 4 लाख रूपये ईनाम की घोषणा भी की गई थी।
46 असम राईफल्स के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी और सात वर्ष के पुत्र अबीर त्रिपाठी के अलावे असम राईफल्स के चार जवानों की उक्त हमले में हत्या कर दी गई थी। यह हमला एम्बुस लगाकर किया गया था। हमला सैलसिह गांव जिला चूड़ाचांदपुर के पास विगत 13 नवम्बर को किया गया था। इसी हमले में असम राईफल्स के 6 जवान भी घायल हुए थे। इस मामले में चूड़ाचांदपुर जिले के सिंगाट पुलिस स्टेशन में भारतीय दण्ड संहिता, आर्म्स एक्ट, अवैध गतिविधि प्रतिषेध अधिनियम एवं अवैध विस्फोटक पदार्थ कानून की विभिन्न धाराओं में अपराध रजिस्टर्ड किया गया था। बाद में एनआईए ने 27 नवंबर को इसी मामले में पुन: मामला रजिस्टर्ड किया था और जाँच शुरू कर दी थी। यह जानकारी एनआईए के आधिकारिक प्रवक्ता की ओर से दी गई है।
बताया गया है कि इस मामले में शामिल अन्य कई आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये भी एनआईए की ओर से करीब 50 लाख रूपये के ईनाम की घोषणा की गई है। सूत्रों का कहना है कि ज्यादातर अलगाववादी पड़ोसी देश म्याँमार में जाकर छुपे हुए हैं। एनआईए, असम राईफल्स और मणिपुर पुलिस की संयुक्त टीम उनकी तलाश में जुटी हुई है।
