43 प्रश रेवेन्यू शेयर की सर्वाधिक बोली, एनटीपीसी ने दोनों कोल ब्लॉक किए थे सरेंडर, रायगढ़ की पांच खदानों समेत देश के 29 कोल ब्लॉक आवंटित
रायगढ़, 10 मार्च। रायगढ़ जिले के दो और कोल ब्लॉकों की नीलामी हो गई है। बनई और भालुमुड़ा दोनों कोल ब्लॉक को मर्ज करके ऑक्शन में रखा गया था जिसमें जेएसडब्ल्यू स्टील ने बाजी मारी। कंपनी ने करीब 43 प्रश रेवेन्यू शेयर की सर्वाधिक बोली लगाई थी। कोयला मंत्रालय ने कमर्शियल माइनिंग के लिए कोयला खदानों की नीलामी का सिलसिला जारी रखा है। इस बार 29 खदानों की नीलामी पूरी हो गई है। रायगढ़ जिले के भी पांच कोल ब्लॉक सूचीबद्ध किए गए थे। इसमें बनई और भालुमुड़ा की नीलामी भी की गई। पूर्व में एनटीपीसी को दोनों कोल ब्लॉक आवंटित किए गए थे, लेकिन माइनिंग कॉस्ट और दूसरी समस्याओं के कारण एनटीपीसी ने दोनों माइंस को सेरेंडर कर दिया था।
इसके बाद कोयला मंत्रालय ने दोनों माइंस को अलग-अलग नीलाम करने के बजाय मर्ज करके कमर्शियल सूची में डाल दिया। इस माइंस के लिए एनएलसी इंडिया, गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन, जेपीएल, रायगढ़ नेचुरल रिसोर्सेस और जेएसडब्ल्यू स्टील ही क्वालीफाई कर सके थे। सभी कंपनियों के बीच लंबे चले ऑक्शन में जेएसडब्ल्यू स्टील को कामयाबी मिली। 43 प्रश रेवेन्यू शेयर की सर्वाधिक बोली लगाई गई। रायगढ़ जिले में जेएसडब्ल्यू स्टील का एक संयंत्र है और अब कोयला खदान भी मिल गई है। सरकार ने कमर्शियल यूज के उद्देश्य से कोल ब्लॉक आवंटित किए हैं।
12 मिलियन टन प्रतिवर्ष होगा उत्पादन
एनटीपीसी ने दोनों कोल ब्लॉक को आवंटन के बाद डेवलप करने से हाथ पीछे खींच लिए थे। इसके बाद नीलामी की गई है। करीब 1376 मिलियन टन अनुमानित कोयला भंडार वाली खदान से हर साल 12 मिलियन टन कोयला उत्पादन हो सकता है। कोयले को दूसरी कंपनियों को बेचा जा सकता है। अभी इस ब्लॉक की विस्तृत रिपोर्ट नहीं बन सकी है।
पांच नई खदानों से बढ़ेगा रोजगार
रायगढ़ जिले में पांच नए कोल ब्लॉक आवंटित किए जा रहे हैं। इस बार पांचों की नीलामी पूरी हो गई है। इसमें गारे पेलमा 4/2 व 4/3 और गारे पेलमा सेक्टर-1 ईस्ट को जिंदल पावर लिमिटेड ने हासिल किया। बनई और भालुमुड़ा को जेएसडब्ल्यू स्टील ने प्राप्त किया। जब इन पांचों कोयला खदानों से उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा तो रायगढ़ को रोजगार के अवसर अधिक मिलेंगे। वहीं डीएमएफ में भी भरपूर फंड आएगा।
