रायगढ़। तमनार और घरघोड़ा के बाद खरसिया शहर के पास भी कोयला खदान शुरू हो जाएगा। कोयला मंत्रालय ने इस संबंध में नीलामी में सफल कंपनियों को एग्रीमेंट कराने के लिए नोटिस दिया है। बर्रा कोल ब्लॉक को भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड नीलामी में हासिल किया था।
एक बार फिर देश में नए कोल ब्लॉकों का आवंटन प्रारंभ होने जा रहा है। ई-ऑक्शन में जिन कोल ब्लॉक्स की नीलामी हुई थी, उनके एग्रीमेंट साइन होने बाकी थे। दूसरी, तीसरी और पांचवीं सूची में कई खदानों को दोबार नीलामी के लिए प्रस्तुत किया गया था। जून 2022 में करीब 24 कोल ब्लॉक के लिए 38 बिड आई थी। इसमें से कई माइंस दूसरी बार नीलामी में रखी गई थी। दोबारा हुई नीलामी में 11 खदानों के लिए कंपनियों ने बोली लगाई।
खरसिया के बर्रा कोल ब्लॉक के लिए भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड ने बोली लगाई थी। इस खदान के लिए किसी दूसरी कंपनी ने बिड ही नहीं डाली। दोनों बार बालको ही एकमात्र बोलीदार बनी। अब कोल मिनिस्ट्री ने कोल ब्लॉक डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन एग्रीमेंट साइन करने के लिए 11 कोल ब्लॉक के सफल बोलीदारों को नोटिस दिया है। सभी कंपनियों को 17 अक्टूबर को एग्रीमेंट साइन करना है। इसमें रायगढ़ जिले की बर्रा खदान भी है। इसके लिए सभी जरूरी दस्तावेज जमा करने को कहा गया है।
बर्रा को हटाया था सूची से
एक बार फिर इस कोल ब्लॉक को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच टकराव बढ़ सकता है। केंद्र सरकार ने 18 खदानों की सूची राज्य को भेजी थी। जुलाई 2021 में हुई कैबिनेट बैठक में 17 खदानों की नीलामी को मंजूरी दी गई। केवल एक कोल ब्लॉक बर्रा को नीलामी से हटाने का प्रस्ताव भेजा गया। इसकी वजह यहां भारी संख्या में आबादी का विस्थापित होना है।
खरसिया से 16 किमी दूर बर्रा ब्लॉक
बर्रा कोल ब्लॉक खरसिया शहर से करीब 16 किमी की दूरी पर है। करीब 24 वर्ग किमी में यह खदान फैला है। बर्रा, जोबी समेत कई गांव इसकी जद में आ रहे हैं। एसईसीएल ने इसका सर्वे किया था। बालको ने कोरबा और झारसुगुड़ा प्लांट को देखते हुए इस कोल ब्लॉक पर दांव लगाया था।
