शान्ति इंजीकॉन को मिला है ठेका, पूंजीपथरा तमनार होते हुए मिलूपारा तक बननी है रोड
रायगढ़। सडक़ निर्माण का काम तेजी से करने का आदेश देने वाली सरकार इसके टेंडर प्रक्रिया को अटका रही है। बहुत खराब हो चुकी पूंजीपथरा मिलूपारा रोड का टेंडर होने के दो महीने बाद एक्सप्टेंस जारी हुआ है। अब वर्क ऑर्डर होने में वक्त लग रहा है। एक ओर मुख्यमंत्री कहते हैं कि जल्द से जल्द सड़कों का निर्माण कराया जाए। दूसरी ओर टेंडर प्रोसेस में सरकार की ओर से ही देरी की जाती है। मामला पूंजीपथरा तमनार और मिलूपारा 23 किमी रोड का है। इसे सरकार ने करीब डेढ़ साल पहले मंजूरी दी थी।
एक बार टेंडर हुआ तो ठेकेदार ने हाथ खींच लिए। इस असमंजस में ही एक साल बीत गया। इसके बाद दोबारा टेंडर हुआ तोदो कंपनियों के बीच खींचतान शुरू हो गई। अंतत: कोरबा की शांति इंजीकॉन को रोड का ठेका मिल गया। करीब 60 करोड़ की स्वीकृति दी गई थी। कोयला परिवहन के कारण रोड की हालत बेहद खराब हो चुकी है। अब रोड के लिए एक्सेप्टेंस मिल गया है। अब एग्रीमेंट होना है।
पहले मंजूरी और फिर टेंडर में समय खराब
सरकार ने रायगढ़ जिले की सभी सडक़ों में प्रक्रिया में ही समय खराब कर दिया है। पहले मंजूरी देने में कई महीने लगा दिए। मंजूरी मिली तो फिर टेंडर और वर्क ऑर्डर में महीनों लगा दिए। इस बीच खराब सडक़ पर हादसे भी होते रहे। प्रक्रिया अगर जल्द पूरी होती तो काम अब तक शुरू हो चुका होता।
