रायगढ़। किसान की जमीन अधिग्रहण के बाद जो मुआवजे का चैक उसे मिला, वह बैंक में गुम हो गया। यह मामला राजस्व विभाग और बैंक प्रबंधन के बीच झूलता रहा। अब जाकर उसका चैक दोबारा जारी किया गया। एसडीएम गगन शर्मा ने किसान को चैक सौंपा। यह मामला बताता है कि मुआवजा वितरण में किसान को किस तरह की समस्याएं झेलनी पड़ती हैं। केलो परियोजना के लिए नहर बनाने कई किसानों की जमीनें अधिग्रहित की गई हैं। कुंजेडबरी के मंगल सिंह पटेल की 0.312 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई थी। 2019 में करीब 1.54 लाख का चैक किसान को दिया गया। आईसीआईसीआई बैंक का चैक किसान ने आहरण के लिए बैंक शाखा में लगाया।
ड्रॉप बॉक्स में चैक डाला गया था। लेकिन रकम किसान के एकाउंट में नहीं पहुंची। किसान ने एसडीएम ऑफिस और बैंक में पूछताछ की। बैंक में ही चैक के गुम होने की जानकारी मिली। अब एक ही मुआवजे के लिए दो बार चैक जारी करना भी मुश्किल था। करीब चार साल से किसान अपने मुआवजे का इंतजार कर रहा था। रायगढ़ एसडीएम गगन शर्मा को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने बैंक प्रबंधन को बुलाकर बैठक ली। बैंक की ओर से पुराने चैक से आहरण नहीं होने की जानकारी दी गई, तब कहीं जाकर मामला सुलझा।
किसान ने दिया धन्यवाद
कुंजेडबरी के किसान ने कई बार मुआवजा पाने के लिए कोशिश की लेकिन एक बार चैक जारी हो चुका था इसलिए पेंच फंस गया था। एसडीएम ने दोबारा चैक बनाकर किसान को सौंपा। किसान ने भी तुरंत मदद करने के लिए एसडीएम को धन्यवाद दिया।
