रायगढ़। इन दिनों कटंगपाली और साल्हेओना क्षेत्र में बारूद का जखीरा जमा किया जा रहा है। पानी सूखने के साथ ही अवैध खदानें खनन प्रारंभ करने लायक हो चुकी हैं। दूसरे राज्यों से अवैध विस्फोटक मंगवाया जा रहा है। क्षेत्र में कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। गौण खनिज की खदानों में विस्फोटकों का इस्तेमाल खुलकर किया जा रहा है। आसानी से दूसरे राज्यों से बारूद और डेटोनेटर रायगढ़ आ रहा है। इसे ड्रिल करके चट्टानों के अंदर लगाया जाता है। फिर विस्फोट होता है। इसकी गूंज आसपास के गांवों में पहुंचती है लेकिन प्रशासन बहरा हो चुका है। न तो खनिज विभाग और न ही डीजीएमएस कोई कार्रवाई करती है।
पुलिस तो गहरी नींद में है। कटंगपाली और साल्हेओना के डोलोमाइट की अवैध खदानों में विस्फोटकों का अधिक इस्तेमाल होने लगा है। क्रशर संचालक ही ठेके पर इन लोगों को विस्फोटक लाने के लिए भेजते हैं। अवैध खनन करने वाले भी इसका भारी मात्रा में भंडारण कर रहे हैं। दरअसल, बारिश के कारण खदानों में भरा पानी अब सूखने लगा है। इसलिए खदानों से फिर उत्पादन का समय आ गया है। बड़ी चट्टानों को तोडऩे के लिए विस्फोटकों का ही उपयोग करना कारगर होता है। अभी कई गांवों में विस्फोटक रखे गए हैं।
कुछ महीने पहले पकड़ा गया था बारूद
बरमकेला से ओडिशा बॉर्डर लगा हुआ है। ज्यादातर विस्फोटक ओडिशा से ही लाए जाते हैं। फिलहाल बारूद का जखीरा जमा हो रहा है। अब जून के महीने तक अवैध खनन चलेगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। कुछ महीने पहले गंगा मिनरल्स का एक मामला सरिया पुलिस ने पकड़ा था। नौघटा के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। कांग्रेस नेता के दखल के बाद बिना कार्रवाई के सबको छोड़ा गया था।
