चंद्रपुर। पद्मश्री मुकुटधर पाण्डेय महाविद्यालय चंद्रपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय 05 नवंबर 2022 से 11 नवंबर 2022 तक विशेष शिविर का आयोजन शनिवार को विद्यालय गोपालपुर में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्या एच. एन. भारद्वाज ने किया। इस मौके पर प्राचार्या एच. एन. भारद्वाज ने कहा कि एनएसएस की गतिविधि में भाग लेने वाले विद्यार्थी समाज के लोगों के साथ मिलकर कार्य करते हैं। इसलिए इसमें युवाओं की भूमिका बढ़ जाती है। कहे कि एनएसएस के स्वयंसेवी शिविर के लक्ष्य को अपने जीवन में ढाले और समाज को दिशा देने का प्रयास करें। प्राचार्या ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में भाग लेने वाले बच्चों में विद्यार्थी जीवन से ही समाज उपयोगी कार्यों में लीन रहने से उनमें राष्ट्र सेवा की भावना जागृत होती है।
संचालन करते हुए एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी बताया कि सात दिवसीय शिविर में तिथि वार स्वच्छता अभियान, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन, स्वास्थ्य संबंधी चर्चा, पर्यावरण व जल संरक्षण संग विविध विषयो पर चर्चा की जाएगी। इस क्रम में नियमित रूप से छात्र छात्राओं द्वारा गुरुजनो के मार्गदर्शन में गांव में स्वक्षता आदि कार्य एवं चर्चा आदि का क्रम जारी है। वहीं कार्यक्रम के चौथे दिन बौद्धिक चर्चा में क्षेत्र के समाजसेवी, स्व. पद्मश्री मुकुटधर पाण्डेय स्मृति सेवा समिति व श्री गोपाल जी महाप्रभु एवं श्री चन्द्रहासिनी देवी मंदिर न्यास, चन्द्रहासिनी विद्यापीठ के सदस्य अजीत पाण्डेय सम्मिलित हुए। इस अवसर पर विद्यार्थी में पीयूष देवांगन रानी कश्यप B.A. सेकेण्ड ईयर के संग अन्य छात्र छात्राओं ने पुष्प गुच्छ से स्वागत किया। प्रो. आर डी बर्मन ने परिचय देते हुए छात्र छात्राओं को बताया की आज शिविर की इस बौद्धिक चर्चा के सुअवसर पर पद्मश्री मुकुटधर के प्रपौत्र एवं समाजसेवी – पत्रकार अजीत पाण्डेय हमारे बिच है जो हमें गौरवान्वित करता है एवं छात्रों को सम्बोधित करने कहा।
अजीत पाण्डेय ने सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा की छात्र जीवन में इस तरह के शिविरो में सम्मिलित हो गुरुजनो के मार्गदर्शन में एक कुशल व्यक्तितव का निर्माण होता है। स्वक्षता, सजगता, स्वास्थ्य जैसे मुलभुत विषयो पर चर्चा परिचर्चा एवं आवश्यक पहल एवं कार्यक्रमों से मानवीय गुणों के साथ साथ एक अच्छे व्यक्तित्व के निर्माण को बल मिलता है। उन्होंने आग्रह किया की शिविर में सिखायी व बताई जाने वाली बातो को आत्मसात करें व अन्य को प्रेरित करें। उन्होंने आगे कहा की ऐसी ही व्यवस्था व शिविर के माध्यम से समाजिक परिवेश को मजबूत बनाया जा सकता है। वही उन्होंने मुकुटधर पाण्डेय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बौद्धिकता को परिभाषित करने वाले उद्धवरण कहे। एवं सभी छात्र छात्राओं को विभिन्न विषयो पर सदैव सहयोग – मार्गदर्शन को आश्वासत करते हुए, गुरु के सिखाये विषयो को अनुशरण करने का अनुरोध किया व उज्जवल भविष्य की शुभकामना देते हुए अंत में धन्यवाद सम्बोधन के बाद शिविर को विराम किया गया।
इस अवसर पर NSS सदस्यों साथ महविद्यालय के प्रोफेसर एवं स्टॉफ आरडी बर्मन, ऋषि चंद्रा, अनिल निषाद, राजेश पटेल संग ऑफिस स्टाफ एम.आर. दर्शन उपस्थित रहे।
