जोगीडिपा पुल से रामपुर तक स्पीड ब्रेकर और वाहनों की रफ्तार लिमिट करने की मांग की, प्रशासन की समझाईश पर सुलटा बवाल
रायगढ़, 15 जनवरी। शहर के सिद्धी विनायक कॉलोनी के पास सुनील इस्पात की बोलेरो की ठोकर से पुलिस कर्मी के जवान बेटे की दर्दनाक मौत के दूसरे रोज आक्रोशित लोगों ने इंदिरा नगर में चक्काजाम कर दिया। जोगीडिपा पुल से रामपुर तक स्पीड ब्रेकर और वाहनों के बेलगाम रफ्तार के निर्धारण की मांग को लेकर लोगों ने जमकर नारेबाजी की। नगर कोतवाल के साथ मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने जब उनकी मांगों को जायज मानते हुए हरी झंडी दी, तब कहीं जाकर 1 घंटे तक चला हंगामा शांत हुआ।
शहर के इंदिरा नगर में रविवार दोपहर उस समय अचानक तनाव का माहौल बन गया, जब शनिवार शाम पुलिस कर्मचारी वीरू यादव के 25 वर्षीय पुत्र खेम की सुनील इस्पात की बोलेरो की ठोकर से जान निकल गई। रविवार सुबह मृतक किराना कारोबारी खेम के पोस्टमार्टम और अंत्येष्टि के बाद मोहल्ले के लोग जोगीडीपा पुल से रामपुर तक सडक़ में गति अवरोधक और वाहनों की गति लिमिट करने के साथ क्षेत्र में बसों के अवैध पार्किंग की मांग कर सडक़ पर बैठ गए। चक्काजाम करने वालों में इंदिरा नगर की महिला और बुजुर्ग भी शामिल थे जो हर हाल में अपनी मांग मनवाने के लिए पुलिस एवं नगर निगम के खिलाफ नारे लगा रहे थे।





प्रदर्शनकारियों के इस चक्काजाम से जोगीडीपा-इंदिरा नगर से रामपुर और चांदमारी रोड में वाहनों के पहिए थमते ही आवाजाही प्रभावित होने की भनक लगते ही हरकत में आए नगर कोतवाल शनिप रात्रे ने मोर्चा सम्हालते हुए लोगों को चक्काजाम हटाने की सलाह दी, मगर वे अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। ऐसे में वातावरण में तनाव का जहर घुलने पर तहसीलदार लोमस मिरी को मौके पर जाना पड़ा। जिला एवं पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार लोगों को देख लोगों ने जमकर भड़ास उतारी।
पार्षद रुक्मणि साहू, एनएसयूआई नेता राकेश पांडेय, अभाविप नेता अभिलाष कछवाहा और मोहल्लेवासियों द्वारा काफी आरोप-प्रत्यारोप के बाद जब टीआई रात्रे की सलाह पर लोगों ने लिखित में शिकायत बनाकर तहसीलदार को दी और उन्होंने जल्द ही उनकी मांगों को मूर्तरूप दिलाने का ठोस आश्वासन दिया तो घंटेभर तक चले बवाल के आखिरकार पटाक्षेप होने पर चक्काजाम समाप्त हो गया।
