रायगढ़ जिले के कई कोल माइनिंग प्रोजेक्ट पर मंडराया खतरा, लगातार नुकसान से टूटने लगी कंपनी की कमर
रायगढ़, 31 अगस्त। कभी देश के सबसे ताकतवर उद्योग समूह के रूप में जाना जाने वाला अडाणी ग्रुप लगातार मिल रहे झटकों से उबर नहीं पा रहा है। पहले हिंडनबर्ग ने नुकसान पहुंचाया और अब ओसीसीआरपी ने कंपनी पर नए आरोप लगाए हैं। इससे रायगढ़ जिले में चार खदानों का एमडीओ हासिल करने वाली अडाणी इंटरप्राइजेस भी तीन प्रश नीचे उतर गया।
पहले अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग और अब ओसीसीआरपी की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को काफी नुकसान पहुंचाया है। ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) ने अडाणी ग्रुप पर नया बम फोड़ा है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप ने चुपचाप से खुद अपने ही शेयर खरीदकर स्टॉक एक्सचेंज में लाखों डॉलर का निवेश किया। अडानी ग्रुप के मॉरीशस में किए गए ट्रांजेक्शंस की डिटेल का भी खुलासा किया गया है।





रिपोर्ट में आरोप है कि ग्रुप की कंपनियों ने 2013 से 2018 के बीच गुपचुप तरीके से अपने ही शेयर खरीदे थे। हालांकि अडाणी ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया है। लेकिन इस रिपोर्ट के आने के बाद अडाणी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। अडाणी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ ही बंद हुए हैं। ग्रुप की सभी दस लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में आज दिनभर भारी गिरावट देखने को मिली है। सबसे ज्यादा 4.6 परसेंट गिरावट अडाणी पावर में आई है जो रायगढ़ एनर्जी की मदर कंपनी है। ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर में तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट हुई। अडाणी विल्मर, अडाणी टोटल गैस, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी पोट्र्स एंड एसईजेड, एनडीटीवी, अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी भी गिरावट के साथ ही बंद हुए।
रायगढ़ जिले में है हजारों करोड़ का निवेश
अडाणी ग्रुप ने छग में सबसे ज्यादा निवेश किया है। रायगढ़ और सरगुजा में कोल माइंस के अलावा पावर प्लांट में भी करोड़ों का इन्वेस्टमेंट है। रायगढ़ जिले में सीएसपीजीसीएल, महाजेंको और एसईसीएल की कोल माइंस का एमडीओ कंपनी के हाथ है। अंबुजा सीमेंट्स का अधिग्रहण भी हाल ही में किया गया था। रायगढ़ एनर्जी पावर प्लांट भी अडाणी ग्रुप का ही है। रायगढ़ के भी सैकड़ों निवेशकों ने अडाणी ग्रुप की कंपनियों में निवेश किए हैं।
