उत्तेजित लोगों ने कंपनी के बाहर लाश रखकर हंगामा, मुआवजा मिलने के बाद शांत हुआ प्रदर्शन
रायगढ़। मां काली एलायज उद्योग में नाईट ड्यूटी के दौरान कन्वेयर बेल्ट में फंसने से एक कामगार की मौके पर ही दर्दनाक मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। हादसे से बौखलाए लोगों ने कंपनी के सामने लाश रखते हुए ऐसा जमकर हंगामा मचाया कि प्रबंधन के पसीने छूट गए। काफी आरोप-प्रत्यारोप के बाद जब कंपनी प्रबंधन ने मृतक के परिवार को 10 लाख का मुआवजा दिया, तब कहीं जाकर बवाल शांत हुआ। यह घटना पूंजीपथरा थाना क्षेत्र की है।
सूत्रों के मुताबिक शहर के जूटमिल चौकी अंतर्गत कोड़ातराई का मूल निवासी राहुल सिदार आत्मज सुशील सिदार (20 वर्ष) घरघोड़ा मार्ग के सराईपाली रोड में पाली-गेरवानी के समीप स्थित मां काली एलायज उद्योग में काम करता था। बीते गुरुवार की रात 10 से शुक्रवार तडक़े 4 बजे तक राहुल की कंपनी में ड्यूटी थी, लिहाजा बीती रात वह घर से खाना खाकर काम के लिए वह उद्योग गया था। देर रात राहुल कन्वेयर बेल्ट में अचानक इस कदर फंसा कि इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी। अगर सही समय पर मौके पर कोई भी कर्मचारी उपस्थित होता तो शायद राहुल की जिंदगी बच जाती, क्योंकि इस हादसे से उसकी मौके पर मौत हो गई।
शुक्रवार सुबह जब एक कर्मचारी ने देखा कि कन्वेयर बेल्ट में कोई फंसा है और जब वह करीब गया तो राहुल को उसकी चपेट में आकर बेसुध हालत में पाते ही उसकी चीख चीत्कार से वहां अन्य कामगार भी पहुंच गए। कर्मचारियों ने घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी तो हडक़म्प मच गया। कन्वेयर बेल्ट में फंसे राहुल को जब किसी तरह बाहर निकाला गया तो उसके निर्जीव शरीर में गंभीर चोटें देख कामगारों के होश फाख्ते हो गए।
दरअसल, राहुल का बायां हाथ बुरी तरह झुलस चुका था तो पीठ में गंभीर चोटें थी। फिर क्या, कन्वेयर बेल्ट में फंसने से राहुल की असमय जिंदगी खत्म होने की घटना से लोगों के सब्र का पैमाना छलकते ही मामला बिगड़ गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह ही कंपनी के सामने लाश रखते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सडक़ पर विरोध करने वालों में मृतक के परिजन और परिचित थे। ऐसे में प्रदर्शन की खबर लगते ही पूंजीपथरा पुलिस मौके पर पहुंचकर समझाईश देने लगे, लेकिन ग्रामीणों ने वर्दीधारियों की बात को अनसुना कर दिया।
यही वजह रही कि कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने मुआवजा राशि की मांग को लेकर नारेबाजी तक करने लगे, जिससे वातावरण का तनाव का जहर घुलने पर संभावित अप्रिय स्थिति को भांप जिला मुख्यालय से पुलिस की अतिरिक्त बल भी बुलाई गई। अघोषित पुलिस छावनी के रूप में तब्दील होने के बाद भी जनाक्रोश कम नहीं हुआ। नतीजतन, मौके की नजाकत को भांप जब कंपनी प्रबंधन ने घटना पर दुख जताते हुए मृतक राहुल के शोकाकुल सिदार परिवार को 10 लाख का चेक और 1 लाख देते हुए भविष्य में भी यथासंभव मदद का आश्वासन दिया तो घंटों तक चले बवाल के थमते ही जिला और पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। फिलहाल, पूंजीपथरा पुलिस कायम कर जांच पड़ताल में जुटी है।
ग्रामीणों ने खुलकर निकाली अपनी भड़ास
चूंकि औद्योगिक क्षेत्र में आए दिन हो रही दुर्घटना से लोग अब थर्राने के साथ गुस्साने भी लगे हैं, इसलिए ग्रामीणों ने जमकर अपनी भड़ास निकालते हुए यहां तक कहा था कि यह हादसा कंपनी प्रबंधन की लापरवाही से हुई है। उनका कहना था कि मौके पर न तो सेफ्टी इंचार्ज रखा गया था और न ही कोई सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी। इसकी वजह से श्रमिक राहुल की जान गई। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि इस क्षेत्र में स्थित अधिकांश प्लांटों में पहले भी सुरक्षा की अनदेखी की वजह से कई मौत हो चुकी है। इसके बावजूद कंपनी प्रबंधन के द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। अगर यही हाल रहा तो भविष्य में विस्फोटक जन आंदोलन करना पड़ेगा।
क्या कहते हैं श्रीवास्तव
मां काली एलायज में कन्वेयर बेल्ट में फंसने से एक युवा कामगार की जान गई है। घटना लगभग साढ़े 4 बजे के आसपास की है। दरअसल, प्रथम दृष्ट्या पाया गया कि कन्वेयर बेल्ट का हेड पुली में युवक फंसा था। पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा का ध्यान रखा जाता तो ऐसा नहीं होता। यानी लापरवाही पाई गई है। नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– मनीष श्रीवास्तव, उप संचालक
औद्योगिक स्वास्थ्य और सुरक्षा विभाग
