रायगढ़। जिला प्रशासन की संयुक्त जांच टीम ने फ्लाई एश का बिना दस्तावेजों के परिवहन करते हुए जब्त किया है। पर्यावरण नियमों का पालन किए बिना ही परिवहन का काम चल रहा था। जिले में पर्यावरण प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण पावर प्लांटों से निकलने वाला फ्लाई एश है। लोलाइंग एरिया के नाम पर कहीं भी फ्लाई एश डंप किया जा रहा है। इस पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है, क्योंकि उद्योग ही गलत जानकारी दे रहे हैं।
निराकरण का सही डाटा नहीं दिया जाता। शत-प्रतिशत डिस्पोजल नहीं हो पा रहा है। शनिवार को जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने फ्लाई एश का परिवहन करते हुए दस वाहनों को जब्त किया है। इसमें से दो ट्रेलर और आठ हाइवा हैं। शनिवार को एसडीएम गगन शर्मा को जानकारी मिली की पुसौर के नवापारा से होकर दस वाहन निकल रहे हैं। एसडीएम गगन शर्मा, खनिज अधिकारी योगेंद्र सिंह, पर्यावरण वैज्ञानिक और आरटीओ सब इंस्पेक्टर की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
नवकार ट्रांसपोर्ट ने एनटीपीसी लारा से फ्लाई एश परिवहन का ठेका लिया है। गाड़ियों में कोई वैध कागजात नहीं मिले। साथ ही पर्यावरण शर्तों का भी पालन नहीं किया जा रहा था। मिली जानकारी के मुताबिक गाड़ियां राजस्थान और दूसरे राज्यों की हैं। गाड़ियों के टैक्स और फिटनेस के भी कोई दस्तावेज नहीं मिले। सभी वाहनों को जब्त कर लिया गया है।
